Narela Assembly Seat। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की नरेला विधानसभा अपने अस्तित्व में आने के बाद से ही लगातार बीजेपी के कब्जे में है. 2008 से लगातार तीन विधानसभा चुनाव में बीजेपी नेता और मंत्री विश्वास सारंग यहां से जीत दर्ज करते आ रहे हैं. स्थानीय निकाय से अपनी राजनीति शुरू करने वाले विश्वास सारंग यहां जीत का चौका लगाने की तैयारियों में दिन रात जुटे हुए हैं. वहीं जीत के लिए तरस रही कांग्रेस इस सीट को हथियाने की जुगत में है.
2008 में अस्तित्व में आई थी नरेला सीट: 2008 के परिसीमन के बाद भोपाल में तीन नई विधानसभा अस्तित्व में आईं. इसमें नरेला, हुजूर और भोपाल मध्य विधानसभा का गठन हुआ. अस्तित्व में आने के बाद से ही नरेला विधानसभा सीट पर बीजेपी ने अपनी मजबूत पकड़ बना ली. 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने दक्षिण पश्चिम में पार्षद और वरिष्ठ बीजेपी विधायक स्व. कैलाश नारायण सारंग के बेटे विश्वास सारंग को चुनाव मैदान में उतारा. कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व महापौर सुनील सूद को टिकट दिया, लेकिन उन्हें 3 हजार 273 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यह सीट हथियाने के लिए खूब जोर लगाया, लेकिन इस चुनाव में भी कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा. 2013 में कांग्रेस उम्मीदवार सुनील सूद फिर चुनाव हारे. इस चुनाव में उनकी 26 हजार 970 वोटों से हार हुई.
2018 चुनाव परिणाम: 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने नरेला विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार तो बदला, लेकिन इसके बाद भी यहां का रिजल्ट नहीं बदल सका. यहां फिर बीजेपी की जीत हुई. 2018 के चुनाव में कांग्रेस के डॉ. महेन्द्र सिंह चौहान बीजेपी नेता विश्वास सारंग से 23 हजार 151 वोटों से पराजित हुए.
नरेला में मतदाता: भोपाल की नरेला विधानसभा क्षेत्र में कुल 3 लाख 37 हजार 448 मतदाता हैं. इसमें 1लाख 76 हजार 36 पुरूष मतदाता, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 61 हजार 396 हैं. 16 ट्रांसजेंडर मतदाता भी हैं विधानसभा की 100 फीसदी जनता शहरी है.
जातीय समीकरण: इस इलाके में ब्राह्मण, मुस्लिम और कायस्थ वोटर्स की संख्या काफी है. इसमें करीब 25 फीसदी मुस्लिम आबादी है. अनुसूचित जाति मतदाताओं की संख्या करीब 12 फीसदी है.
बीजेपी ने झोंकी ताकत: नरेला विधानसभा क्षेत्र से लगातार जीतते आ रहे विश्वास सारंग शिवराज सरकार में 2016 में गैस राहत और सहकारिता मंत्री रह चुके हैं. अभी वे चिकित्सा शिक्षा मंत्री हैं. इस बार भी उनका नरेला विधानसभा क्षेत्र से उनका उतरना तय है. वे चुनावी तैयारियों में जमकर जुटे हुए हैं. क्षेत्र में विकास कार्यों और धार्मिंक आयोजन लगातार किए जा रहे हैं. सीहोर के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के शिव महापुराण कथा में बड़ी संख्या में महिलाओं को जोड़ा गया.
कांग्रेस ढूंढ रही उम्मीदवार: कांग्रेस से इस बार चुनाव मैदान में कौन उतरेगा अभी तक तय नहीं हुआ है हालांकि कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में महेंद्र सिंह चौहान एक बार फिर दावेदारी कर रहे हैं. वहीं स्थानीय कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला भी लंबे समय से चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं. कांग्रेस को उम्मीद है इस बार यह विधानसभा में हार का सिलसिला टूटेगा.