भोपाल। अरुण यादव (Arun Yadav) को लेकर बीजेपी (BJP) पहले भी की बार जज्बात जाहिर कर चुकी है. इस बार राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra MP) के बहाने एक मौका और मिल गया है. खैर ये कहानी तो आप जान चुके हैं. असल कहानी कुछ और है. (Andar ki laye hai) और वो ये कि एमपी में टीम राहुल कहे जाने वाले चेहरे इस यात्रा में प्रमुख भूमिकाओं में दिखाई नहीं दे रहे. जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) से लेकर कमलेश्वर पटेल (Kamleshwar Patel) और उमंग सिंघार (Umang Singhar) का तो अता-पता ही नहीं है. क्या भारत जोड़ो यात्रा की अगुवानी में भी कमलनाथ (Kamalnath) और दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) की दूरी असर दिखा रही है.
इंतिहा हो गई इंतजार की: सुलोचना रावत याद हैं आपको..हां हां वही..जिन्होंने अचानक बीजेपी में शामिल होकर कांग्रेस को जोर का झटका जोर से ही दिया था. सुना है इन दिनों परेशान हाल हैं और वो इसलिए की चुनावी साल लगने जा रहा है.उपचुनाव में पाला पदलकर बीजेपी में शामिल हुई सुलोचना से किया गया वादा पूरा नहीं हुआ? जानकारी के मुताबिक जब सुलोचना को बीजेपी की सदस्यता दिलाई गई थी तो उनसे कहा गया था कि कांग्रेस की पूर्व मंत्री बीजेपी में भी जल्द मंत्री की ही हैसियत में आएंगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. आश्वासनों में इंतजार बढ़ता रहा. अब जब सुलोचना रावत को विधायक बनें भी साल भर से ऊपर हो गया तो उनका छटपटाना भी लाजिमी कि हमारी बारी कब आएगी. सुना है इस बार भी उन्हें आश्वासन ही मिला है.
बीजेपी में 75 पार पर बढ़ी रार: बीजेपी में 75 पार का जो क्राइटेरिया पिछले चुनाव में बना था. उसे लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण जटिया के बयान के बाद नया ट्विस्ट आ गया है. असल में जटिया जी ने ये बयान दिया उम्र को लेकर पार्टी में कोई क्राइटेरिया नहीं है. जब बनेगा तब सबके सामने आ जाएगा. अब इस पर पिछले चुनाव में केवल उम्र से हारी पूर्व मंत्री कुसुम मेहदेले का तल्ख बयान आया और वे बिल्कुल फिट हैं. पार्टी उन्हें इस बार टिकट देगी तो वो चुनाव लड़ेंगी उन्हें ना मिले तो उनके भाई को टिकट दे पार्टी. उन्होंने ये भी कहा कि, नियम एक ही बार बनता है. जब पहले 75 पार वालों का पत्ता कट गया तो अब उन्हें बिल्कुल टिकट नहीं देना चाहिए. सुना ये है कि जटिया जी के इस बयान के बाद 75 पार के उन भाजपाईयों की आंखों में उम्मीद की चमक लौटी है. जो पिछले चुनाव में खुद को हाशिए पर मान चुके थे.