भोपाल। करणी सेना के आंदोलन में सीएम शिवराज पर अभद्र टिप्पणी करने वाला युवक क्या बीजेपी का कार्यकर्ता है? किसकी शह पर उसने करणी सेना के आंदोलन में मुख्यमंत्री को लेकर आपत्तिजनक बातें कहीं? तूल पकड़ रहे इस मामले में अब नए नए ट्विस्ट आ रहे हैं, सोशल मीडिया पर अब आरोपी युवक को पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता उमा शंकर गुप्ता का समर्थक बताया जा रहा है. सोशल मीडिया पर दौड़ रहे इस युवक के बैनर पोस्टर की तस्वीरें इसकी पुष्टि भी कर रही हैं, उधर शिवराज सरकार के नेता महेन्द्र सिंह सिसोदिया इस पूरे मामले में नई कहानी लाए हैं. सिसोदिया (Mahendra Singh Sisodia) के हिसाब से मुख्यमंत्री के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करने वाले हरियाणा कांग्रेस के नेता हैं.
अभद्र टिप्पणी करने वाला नौजवान है कौन: करणी सेना के आंदोलन में मुख्यमंत्री को लेकर आपत्तिजनक शब्द कहने वाले शख्स की गिरफ्तारी को लेकर पहले आवाज़ें उठी, करणी सेना की ओर से भी बयान आया कि इस युवक के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और बीजेपी के ओर से भी सार्वजनिक माफी की मांग उठी. लेकिन अब इस पूरे मामले में ही नया ट्विस्ट आ गया है, असल में जब पड़ताल की गई तो सोशल मीडिया पर वो बैनर पोस्टर दौड़ गए जिनमें आरोपी युवक हेमंत ठाकुर की शिनाख्त बीजेपी कार्यकर्ता के तौर पर हो रही है. इतना ही नहीं कई बैनर पोस्टर में तो ये युवक पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता उमा शंकर गुप्ता के समर्थक के तौर पर भी बताया गया. अब सवाल उठ रहा है कि इस नौजवान ने जो अपशब्द कहे ये पूरा एपीसोड हुआ किसकी शह पर. उधर करणी सेना भले इनसे पल्ला झाड़ ले, लेकिन इस युवक की फेसबुक पोस्ट में उसे करणी सेना में पद दिए जाने की बधाई भी दी जा रही है. बताया जाता है कि अपराधिक पृष्ठभूमि के इस शख्स पर भोपाल के कई थानों में मामले दर्ज हैं.
CM शिवराज पर अभद्र टिप्पणी का मामला गर्माया, BJP नेता ने की सार्वजनिक माफी की मांग
ये हरियाणा कांग्रेस नेता का काम: इधर मुख्यमंत्री पर अपमानजनक टिप्पणी मामले में शिवराज सरकार के पंचायत मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया नई जानकारी के साथ आए हैं. उन्होंने करणी सेना के प्रदर्शन के दौरान की गई टिप्पणी पर एतराज जताया है और कहा है कि, "किसी को भी अपशब्द बोलना हमारे संस्कार में नहीं है. ये जो कृत्य किया गया है इसकी जितनी निंदा की जाए कम है. आपने (करणी सेना के नेता जीवन सिंह) और आपके कांग्रेसी लोगों ने 5 करोड़ जनता का अपमान किया है. हम क्षत्रिय हैं, हम राजपूतों का धर्म गाली देना नहीं है. हमारे संस्कारों में गाली देना नहीं है, जिन्होंने गाली दी है वे हरियाणा के कांग्रेस के लोग थे. जिन्होंने मध्यप्रदेश की धरती को कलंकित करने का काम किया." सिसौदिया ने करणी सेना के नेता जीवन सिंह समेत संगठन के जिम्मेदार लोगों से कहा है कि, "आपको सार्वजनिक रुप से मुख्यमंत्री जी से माफी मांगना चाहिए, ये मैं इसलिए भी कह रहा हूं मैं भी राजपूत हूं, क्षत्रिय हूं और महाराणा प्रताप का वंशज हूं. हमारे संस्कारों में इस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग करना किसी उच्च व्यक्ति के लिए ये शोभा नहीं देता. हमारा मध्यप्रदेश प्रेम भाईचारे का टापू है, इसे हमें स्थापित करना चाहिए और इसे हम किसी हाल में बिगड़ने नहीं देंगे."
अपने ही मुख्यमंत्री के खिलाफ ऐसी टिप्पणी निंदनीय: कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने इस पूरे मामले पर कहा कि, "प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ जिस तरह की अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है, कांग्रेस पार्टी उसके सख्त खिलाफ है. वैचारिक संघर्ष के दौरान किसी भी राजैनैतिक दल के नेता विशेषकर मुख्यमंत्री जैसे पद पर आसीन व्यक्ति के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी किसी भी तरह से उचित नहीं है, लेकिन जब शिवराज महाराज और नाराज गुटों में विभाजित बीजेपी के लोग अपने ही मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह की भाषा बोलेंगे, तब स्थितियां और अधिक लज्जित करने वाली हो जाती है. अफसोस इस बात का है कि दल बदलकर मुख्यमंत्री के समक्ष अपना विश्वास बढ़ाने की चेष्टा में लीन मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने इस मामले में जो मिथ्या प्रचार किया है, वे अपनी ही पार्टी के दस्तावेजों को देखने के बाद अब क्या कहेंगे सिवाय लज्जित के."