भोपाल। सरकार लगातार स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है, जिसके तहत कई तरह के नवाचार भी किए गए हैं. इसके तहत सरकार ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान भी चलाया जा रहा है, वहीं अब इसी क्रम में सरकार टाटा ट्रस्ट के साथ एमओयू साइन किया है, जिसमें प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के का लक्ष्य रखा गया है.
25 जिलों में हेल्थ सेक्टर काम
23 जिलों में 115 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्ससाइन हुए एमओयू के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग एवं सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट प्रदेश के 23 उच्च प्राथमिकता वाले जिलों में प्रारंभिक तौर पर प्रत्येक जिले में 5 यानि कुल 115 चिन्हित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स के क्षेत्र में तकनीकी एवं प्रबंधकीय सहयोग से काम करेंगे. चौथे साल में टाटा ट्रस्ट 500 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर्स के क्षेत्र में सहयोग का विस्तार करेगा. इनमें से प्रत्येक जिले के एक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत नागरिकों का इलेक्ट्रानिक रिकॉर्ड संधारित किया जाएगा.
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना लक्ष्य
इस एमओयू के बाद मध्यप्रदेश आरोग्यम हेल्थ और वैलनेस सेंटर्स के माध्यम से प्रदेश की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया जाएगा. यह एमओयू प्रदेस सरकार की ओर से मुख्य सचिव एसआर मोहंती और दोराबजी टाटा ट्रस्ट की ओर से ट्रस्ट के वाइस प्रेसिडेंट तथा और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव विजय सिंह ने हस्ताक्षर किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री कमलनाथ और प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट भी उपस्थित रहे.
टाटा ट्रस्ट के साथ हुए एमओयू पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता जाहिर की है, उन्होंने कहा है कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सरकार का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. अत्याधुनिक चिकित्सा का लाभ लोगों तक पहुंचाना ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
उच्च प्राथमिकता वाले 23 जिलों में जन-समुदाय में स्वास्थ्य परामर्श संबंधी व्यवहार विकसित करने एवं स्वास्थ्य सेवाओं की प्रदायगी में गुणवत्तापूर्ण सुधार में भी टाटा ट्रस्ट सहयोग देगा. इसमें स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए नई तकनीकों और विधियों का उपयोग करते हुए कार्यक्रमों के प्रभावों को कई गुना बढ़ाने का काम भी शामिल है.