भोपाल। मध्य प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को नए साल में महंगाई का झटका लग सकता है, नई वित्तीय वर्ष में बिजली कंपनियों ने बिजली की दरों में 3.86 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को दिया गया है. बिजली दरें बढ़ाने का यह प्रस्ताव घरेलू बिजली के अलावा कृषि और व्यावसायिक दरों को बढ़ाने के लिए भी प्रस्तावित किया गया है, आयोग बिजली घरों में बढ़ोतरी को लेकर दावे आपत्तियों बुलाएगा और इसके बाद इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
29 जनवरी से शुरू होंगे दावे-आपत्तियां: मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए सौंपी गई टैरिफ पिटीशन को मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने स्वीकार कर लिया है, बिजली कंपनियों ने 2046 करोड़ की भरपाई के लिए टैरिफ में बढ़ोतरी करने की आयोग से अनुमति मांगी है. बिजली कंपनियों द्वारा सौंपे गए टैरिफ प्रस्ताव को लेकर विद्युत नियामक आयोग 29 जनवरी से दावे आपत्तियां बुलाने जा रहा है, 29 जनवरी को सबसे पहले जबलपुर, 30 जनवरी को भोपाल और 31 जनवरी को इंदौर में सुनवाई की जाएगी. सुनवाई के बाद बिजली कंपनियों को हो रहे नुकसान की भरपाई के संबंध में अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
बिजली कंपनियों ने कहा हो रहा 2040 करोड़ का नुकसान: बिजली कंपनियों ने बिजली बढ़ोत्तरी को लेकर जो प्रस्ताव सौंपा है, उसके पीछे कंपनी को हो रहे 2046 करोड़ के नुकसान को आधार बनाया गया है. प्रस्ताव में कंपनियों ने बताया है कि बिजली कंपनी को चलाने के लिए 50572 करोड़ रुपए की जरूरत होती है, जबकि 53026 करोड़ राजस्व का अनुमान है. ऐसे में बिजली कंपनी को 2046 करोड़ का नुकसान होगा.
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इसके पहले मार्च में 6 पैसे यूनिट की हुई थी बढ़ोतरी: मध्य प्रदेश में घरेलू बिजली की दरों में इसके पहले इस साल मार्च में बढ़ोतरी की गई थी. बिजली की घरेलू दरों में 6 पैसे प्रति यूनिट को बढ़ाया गया था, इसमें जीरो से 50 यूनिट तक की दर 4.21 रुपए से बढ़कर 4.27 रुपए कर दिया गया था, जबकि 51 से 150 यूनिट तक की दर 5.17 रुपए से बढ़कर 5.23 रुपए कर दी गई थी.