भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. देखा जाए तो वैसे एमपी में मतदान की तारीख 17 नवंबर तय की गई है. जहां एक चरण में 230 सीटों पर मतदान होगा. एमपी में पहली बार 80 साल से अधिक बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए चुनाव आयोग ने नई पहल शुरू की है. जिसके तहत इन लोगों के घर में पहुंच कर चुनाव आयोग मतदार संपन्न करा रहा है. हालांकि बता दें यह सुविधा उनके लिए जिन्होंने आवेदन दिया था. उन्हीं के लिए मतदान की यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
एमपी में घर से मतदान: राजधानी भोपाल में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिये गए दिशा-निर्देश के अनुसार 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को घर बैठे मतदान की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. मतदान की प्रक्रिया सोमवार से प्रारंभ हो गई है. मतदान का सिलसिला 9 नवंबर तक जारी रहेगा. जिले में 2510 बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं द्वारा घर से मतदान करने का विकल्प चुना गया है.
9 नवंबर तक जारी रहेगी यह प्रक्रिया: घर से मतदान प्रक्रिया का विकल्प चुनने वाले 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं ने उत्साहपूर्वक मतदान कर लोकतंत्र के प्रति अपना कर्तव्य निभाया. सभी मतदाताओं को मतदान करने का संदेश भी दिया. घर से मतदान हेतु गठित मतदान दलों द्वारा घर-घर पहुंच कर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान कराया गया. यह प्रक्रिया 9 नवंबर तक जारी रहेगी.
गोपनीय रहेगी मतदान की प्रक्रिया: मतदान की पूरी प्रक्रिया को गोपनीय रखा गया है. मतदान के दौरान वीडियो रिकार्डिंग भी की जा रही है. सोमवार को मतदान सामग्री का वितरण इंदौर के अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज से किया गया. मतदान के बाद वापस मतदान सामग्री कलेक्टर कार्यालय में ही जमा करने की भी व्यवस्था की गई है. अभ्यर्थियों को पोस्टल बैलेट के जमा होने व प्राप्त होने की जानकारी रिटर्निंग अधिकारी द्वारा दी जा रही है. अभ्यर्थी चाहे तो अपना प्रतिनिधी इस प्रक्रिया को देखने के लिए नियुक्त कर सकते हैं, लेकिन इसकी जानकारी रिटर्निंग अधिकारी को देनी होगी.
चुनाव आयोग की पहल: बता दें चुनाव आयोग पहली बार 80 साल से ज्यादा उम्र के मतदाताओं और 40 फीसदी से ज्यादा दिव्यांग व्यक्तियों को घर से ही मतदान की सुविधा उपलब्ध करा रहा है. यह मतदान चुनाव ड्यूटी में लगने वाले कर्मचारियों की तरह ही है. कर्मचारी इन बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के वोट पहले ही करा रहा है. प्रदेश में 80 साल से ज्यादा मतदाताओं की संख्या 6 लाख 53 हजार 640 है, जबकि विकलांग मतदाताओं की संख्या 5 लाख 5 हजार 146 है.