भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 90 से भी कम दिन बचे हैं. एक ओर जहां भाजपा जनता को अपने किये हुए कार्यों को बताकर जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए फिर से वोट के रूप में आशीर्वाद मांग रही है, वहीं कांग्रेस भाजपा के कार्यकाल में हुए कथित घोटालों को उजागर करने में जुटी है. कांग्रेस पार्टी आये दिन भाजपा सरकार की कमियों को खोज कर जनता के सामने लाने का काम कर रही है.
भ्रष्टाचार को ही सदाचार घोषित करने का कानूनी तरीका: कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, "मध्य प्रदेश की मिस्टर कमीशन राज सरकार वैसे तो अपने भ्रष्टाचार के लिए जगत विख्यात है लेकिन अब उसने भ्रष्टाचार को ही सदाचार घोषित करने का कानूनी तरीका निकाल लिया है." उन्होंने आगे कहा, "शिवराज सरकार में ठेका कमीशन में कोई दिक्कत न आए इसके लिए भ्रष्टाचार की रफ्तार तीन गुनी करने का आदेश निकाला गया है. नगरीय विकास एवं आवास विभाग की प्रमुख अधोसंरचना योजनाओं में पहले जहां 10 लाख से अधिक की निविदा पर प्रथम आमंत्रण के लिए 30 दिन और द्वितीय आमंत्रण के लिए 15 दिन का समय लगता था, अब यह अवधि घटाकर क्रमशः 10 दिन और सात दिन कर दी गई है."
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मध्य प्रदेश की मिस्टर कमीशनराज सरकार वैसे तो अपने भ्रष्टाचार के लिए जगत विख्यात है लेकिन अब उसने भ्रष्टाचार को ही सदाचार घोषित करने का कानूनी तरीका निकाल लिया है।
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शिवराज सरकार में ठेका कमीशन में कोई दिक्कत ना आए इसके लिए भ्रष्टाचार की रफ्तार तीन गुनी करने का आदेश निकाला गया है।…
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— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 8, 2023
शिवराज सरकार में ठेका कमीशन में कोई दिक्कत ना आए इसके लिए भ्रष्टाचार की रफ्तार तीन गुनी करने का आदेश निकाला गया है।…मध्य प्रदेश की मिस्टर कमीशनराज सरकार वैसे तो अपने भ्रष्टाचार के लिए जगत विख्यात है लेकिन अब उसने भ्रष्टाचार को ही सदाचार घोषित करने का कानूनी तरीका निकाल लिया है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 8, 2023
शिवराज सरकार में ठेका कमीशन में कोई दिक्कत ना आए इसके लिए भ्रष्टाचार की रफ्तार तीन गुनी करने का आदेश निकाला गया है।…
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'भ्रष्टाचार की रफ्तार को कई गुना बढ़ी' : कमलनाथ ने आगे कहा, "इसका सीधा मतलब है कि शिवराज सरकार न सिर्फ भ्रष्टाचार करना चाहती है बल्कि भ्रष्टाचार की रफ्तार को कई गुना बढ़ा देना चाहती है ताकि सत्ता के आखिरी एक-डेढ़ महीने में राजकोष को जी भर के लूट सकें। यह आदेश बताता है कि कमीशन राज सरकार भ्रष्टाचार को संरक्षण ही नहीं दे रही बल्कि मिस्टर कमीशनराज खुद ही सबसे बड़े भ्रष्टाचारी हैं।"
(एजेंसी इनपुट)