भोपाल(Agency,PTI)। मध्यप्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर फिर विवाद छिड़ गया. ये बात कई बार सामने आई है कि मुख्यमंत्री पद के लिए कमलनाथ का चेहरा ही होगा. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता भिड़ गए.सीएम पद को लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता गोविंद सिंह और कमलनाथ के वफादार विधायक सज्जन सिंह वर्मा के बीच कहासुनी हो गई. बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह कई मौके पर कमलनाथ को सीएम पद का दावेदार बता चुके हैं.
गोविंद सिंह बोले-विधायक चुनेंगे सीएम : बता दें कि दिल्ली में 29 मई को चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक के बाद लग रहा था कि कांग्रेस ने पूरी तैयारी के साथ विधासनभा चुनाव में उतरने की रणनीति बनाई है. इसमें पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने भाग लिया था. बैठक में भाग लेने के बाद गोविंद सिंह ने कहा था "कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है. पहले से सीएम चेहरे की घोषणा करना कांग्रेस की परंपरा नहीं है. जनता विधायकों का चुनाव करेगी. और फिर विधायक सीएम चुनेंगे,"
सज्जन वर्मा ने दिया कड़ा जवाब : गोविंद सिंह के बयान पर पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा "आप विधायकों द्वारा नहीं चुने गए थे. वरिष्ठ थे, इसलिए विपक्ष के नेता के रूप में आपकी नियुक्ति पर सभी सहमत हुए. प्रदेश के लोग और पार्टी के नेता कमलनाथ को राज्य के सीएम के रूप में चाहते हैं. गोविंद सिंह को उसी तरह से व्यवहार करना चाहिए, जिस तरह से वह दूसरों से अपेक्षा करते हैं." सज्जन वर्मा ने कहा कि सभी नेताओं ने माना है कि 2023 का चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. अब इसमें किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए.
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गोविंद सिंह की सफाई में भी पेंच : इस बीच नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने रविवार को एक वीडियो बयान जारी कर दावा किया कि उनकी टिप्पणी की मीडिया द्वारा गलत व्याख्या की गई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का चुनाव विधायक दल में होता है. वहीं, इस मुद्दे पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर कहा है कि पार्टी के नेता चाहते हैं कि चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाए. बता दें कि इस बार सत्ताविरोधी रुझान को देखकर कांग्रेस चुनाव के लिए उत्साहित है. सर्वे में भी ये बातें सामने आ रही हैं कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन सकती है.