भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पार्टी संसदीय बोर्ड से बाहर कर दिया. इस पर कांग्रेस ने कटाक्ष करते हुए कहा यह राज्य भाजपा इकाई में गुटबाजी का नतीजा है. कांग्रेस ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौहान को भविष्य के विकास का संकेत दिया है. हालांकि, मध्य प्रदेश में भाजपा नेताओं ने यह कहते हुए टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि यह पार्टी की केंद्रीय इकाई का निर्णय है.
शिवराज व गडकरी को बाहर किया : बता दें कि भाजपा ने एक बड़े झटके में बुधवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान को अपने संसदीय बोर्ड से हटा दिया, जबकि कर्नाटक के नेता बीएस येदियुरप्पा और पहले सिख प्रतिनिधि इकबाल सिंह लालपुरा सहित छह नए सदस्यों को शामिल किया. मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया सेल के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा है कि भाजपा में गुटबाजी के कारण लगता है कि कुछ नेताओं ने सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के मुद्दे को पीएम मोदी के सामने उठाया है
कांग्रेस को मिला तंज कसने का मौका : कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि लगता है इस सरकार में जारी भ्रष्टाचार के कारण सीएम शिवराज का पत्ता साफ किया गया है. सीएम शिवराज पिछले कई वर्षों से भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य हैं. ऐसा लगता है कि पीएम मोदी ने चौहान को दूरगामी परिणाम के संकेत दिए हैं. मिश्रा ने कहा कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति में हैं, लेकिन एमपी के मुख्यमंत्री गायब हैं.