भोपाल। मल्लिकार्जुन खड़गे भले 80 बरस के हों लेकिन कांग्रेस की कमान संभालने के बाद अपने पहले ही भाषण में उन्होंने संकेत दे दिए हैं कि कांग्रेस संगठन में पचास फीसदी पद अब 50 साल से कम उम्र वालों को दिए जाएंगे. ख़ड़गे ने उदयपुर अधिवेशन का हवाला देते हुए कहा कि वहां जो प्रस्ताव पास हुआ था, उस पर अब अमल किया जाएगा. खड़गे का ये बयान क्या एमपी में असर दिखाएगा. ये सवाल इसलिए उठा क्योंकि एमपी में कमान कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जिन दो दिग्गजों के हाथ में है, वो दोनों 70 पार हैं. (congress president mallikarjun kharge statement) (mallikarjun kharge statement on youth) (mallikarjun kharge statement on youth)
50-50 क्या कहा है खड़गे ने: कांग्रेस अध्यक्ष बन जाने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस संगठन में 50 फीसदी पद 50 साल से कम उम्र के लोगों को देने की घोषणा की. खड़गे ने अपने भाषण में कहा कि उदयपुर अधिवेशन में इसको लेकर जो प्रस्ताव पास किया गया था अब उस प्रस्ताव पर अमल किया जाएगा.
क्या ये मध्यप्रदेश के भविष्य की तस्वीर है: दिल्ली में कांग्रेस के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष जीतू पटवारी की मुलाकात की इस तस्वीर को क्या मध्यप्रदेश कांग्रेस के भविष्य की तस्वीर कहा जा सकता है. कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संगठन में पचास फीसदी पद पचास वर्ष के कम उम्र के नेताओं को दिए जाने की बात कही है. अब सवाल यह उठता है कि क्या राज्यों में ये फार्मूला लागू होगा. मध्यप्रदेश में इसे अमल में ला पाना क्या इतना आसान होगा. जहां कांग्रेस जिनसे शुरु और खत्म कमलनाथ से लेकर दिग्विजय सिंह तक होती है. वो दोनों दिग्गज नेता सत्तर पार की उम्र में नेतृत्व के मोर्चे पर डटे हैं. उम्मीद की जाए कि खड़गे के इस फार्मूले के अमल में आने के साथ जीतू पटवारी से लेकर जयवर्धन सिंह, सचिन यादव तक कांग्रेस की यूथ ब्रिगेड पूरी तरह अपने हाथ में कमान ले सकेगी.
क्या MP में चलेगा खड़गे का 50-50 का फार्मूला, या कांग्रेस के 'एक नाथ' कमलनाथ ही रहेंगे
उम्र तजुर्बे में पहले भी हुआ चुनाव: 2018 के विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद भी मध्यप्रदेश कांग्रेस में ये सवाल खड़ा हुआ था. सवाल था कि पार्टी की कमान अनुभवी नेता कमलनाथ के हाथों में ही रहती है. या नौजवान ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के कर्णधार बनते हैं. उस समय तजुर्बा जीता था. कमलनाथ मुख्यमंत्री भी बनें रहे और पीसीसी चीफ भी. नतीजा 2020 में सिंधिया के दल बल के साथ हुए दलबदल और कांग्रेस की सत्ता खो देने के साथ सामने आ गया.
टिकट बंटवारे में भी नौजवानों को मौका: कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव कहते हैं कि कांग्रेस में हमेशा ही नौजवानों की आगे लाने की परंपरा रही है. 40 बरस की उम्र में राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बन गए थे और 36 साल की उम्र में अबुल कलाम आज़ाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिए गए थे. नवनियुक्त अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उदयपुर अधिवेशन के जिस प्रस्ताव की बात कही है वो आगे दिखाई देगा. संगठन में पदाधिकारी से लेकर विधानसभा चुनाव में टिकट दिए जाने तक युवाओं को तरजीह दी जाएगी. (congress president mallikarjun kharge statement) (mallikarjun kharge statement on youth) (mallikarjun kharge statement on youth) (50 percent post to under 50 years in congress) (mp congress politics )