भोपाल। पिछले चुनाव में मतदाता सूची को लेकर उठे सवालों से सबक लेते हुए कांग्रेस द्वारा प्रदेश भर में वोटर लिस्ट को क्रॉस चेक किया जा रहा है. इसको लेकर कांग्रेस ने सभी जिला अध्यक्षों को बूथ स्तर तक अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि मतदाता सूची में बाहरी लोगों के नाम जुड़वाने का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मैं सागर गया था, वहां एक बूथ पर लगभग 150 मतदाताओं के नाम लिखे हुए थे, इस तरह का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. उधर निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची के शुद्विकरण के आदेश जारी किए हैं.
कांग्रेस ढूंढेगी फर्जी मतदाताओं को: मतदाता सूची में फर्जी मतदाता ढूंढने के लिए कांग्रेस द्वारा प्रदेश भर में अभियान शुरू किया जा रहा है. इसके लिए कांग्रेस ने व्यापक अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है. पार्टी के बड़े नेताओं की देखरेख में बूथ स्तर पर ऐसे फर्जी मतदाताओं के नाम ढूंढे जाएंगे. इस काम में कांग्रेस नेताओं के अलावा कांग्रेस के पदाधिकारियों को भी लगाया जा रहा है. कांग्रेस नेता बूथ स्तर पर वोटर लिस्ट में फर्जी वोटर, एक ही व्यक्ति के दो बार नाम आने, संदिग्ध वोटर्स का भौतिक सत्यापन करेगा. उनका नाम हटाने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी को शिकायत करेगा.
यूपी के 150 मतदाताओं के नाम लिखे: इसके बाद जरूरी हुआ तो कांग्रेस मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भी ऐसे नामों की सूची सौंपेगा. कांग्रेस ने इसके लिए जून तक पूरा काम करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. मतदाता सूची में बाहरी मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में होने का मामला कांग्रेस के बड़े नेताओं के संज्ञान में आया है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का कहना है कि पिछले दिनों सागर दौरे के दौरान एक पोलिंग बूथ पर डेढ़ सौ उत्तर प्रदेश के मतदाताओं के नाम लिखे हुए थे. इस तरह का फर्जीवाड़ा बीजेपी ने किया है. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव सिंह के मुताबिक वोटर लिस्ट को क्रॉस चेक करने के लिए सभी जिला संगठनों को निर्देश दे दिए गए हैं.
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निर्वाचन आयोग ने दिए आदेश: उधर विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा मतदाता सूची के शुद्धिकरण का काम किया जा रहा है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मतदाता सूची में निर्देश दिए हैं कि अगले दस दिनों में मतदाता सूची में शुद्धिकरण का काम पूरा कर लिया जाए. इसमें ऐसे मतदाता जो मृत हो चुके हैं, उनके नाम हटाए जाएं.
कांग्रेस ने पिछले चुनाव में चलाई थी मुहिम: कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची को क्रॉस चेक करने के लिए जमकर मशक्कत की थी. कांग्रेस ने मतदाता सूची को पीडीएफ में कंवर्ट कर उसमें बूथ बार डबल मतदाताओं, बाहरी मतदाताओं के नाम ढूंढे थे और उसकी पूरी रिपोर्ट मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपी थी.