भोपाल। कांग्रेस ने बुधवार को राजधानी भोपाल में आदिवासी सम्मेलन का आयोजन किया. कार्यक्रम को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में आदिवासियों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है. बीजेपी सरकार को आदिवासी युवाओं के भविष्य की कोई चिंता नहीं है. सरकार आदिवासी समाज के नौजवानों का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है. कमलनाथ में प्रदेश की शिवराज सरकार पर आदिवासियों के नाम पर शो बाजी और मीडिया के जरिए राजनीति करने का आरोप लगाया है. कांतिलाल भूरिया ने दावा किया प्रदेश में अगली सरकार कांग्रेस की ही बनेगी और इसे आदिवासी ही बनवाएंगे.
बेरोजगारी एक बड़ी चुनौती
आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि आदिवासी समाज सीधा-साधा समाज है. इस समाज के लोग मेहनत मजदूरी तो कर लेते हैं लेकिन उन्हें मुंह चलाना नहीं आता. ऐसा उन्होंने कभी सीखा ही नहीं. लेकिन अब आदिवासियों को अपनी और समाज की रक्षा भी करनी होगी. बीजेपी पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा कि कि बीजेपी के लोगों को मुंह चलाना और आश्ववासन देना आता है. नाथने कहा कि आदिवासियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती बेराजगारी की है. जिसे दूर करने का सरकार के पाक कोई उपाय नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने अपनी सरकार आने पर 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया था. पिछली बातों को याद दिलाते हुए कमलनाथ ने आदिवासियों से अपील करते हुए कहा कि आप भले ही कमलनाथ का साथ मत देना , कांग्रेस का साथ मत देना, लेकिन सच्चाई का साथ देना.
आदिवासी बनाएंगे कांग्रेस की सरकार
आदिवासी सम्मेलन में पहुंचे कांग्रेस का आदिवासी चेहरा माने जाने वाले कांतिलाल भूरिया ने कहा कि आदिवासी समाज हमेशा सच्चाई के साथ रहता है और सच्चाई यह है कि कांग्रेस सरकार में आदिवासियों के हित के लिए काफी काम हुआ है. भूरिया ने यह भी दावा किया कि 2023 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी और इसे आदिवासी ही बनवाएंगे. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के हक के लिए कांग्रेस हमेशा आवाज उठाती रही है आदिवासियों के साथ रही है और हमारा दावा है कि आदिवासी भी कांग्रेस के साथ रहेंगे और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाएंगे.
मंच पर नाराज हुए बुजुर्ग आदिवासी नेता
सम्मेलन के दौरान मंच पर एक बुजुर्ग आदिवासी नेता के नाराज होने का मामला भी सामने आया. दरअसल इन बुजुर्ग नेता को ज्यादा देर तक बोलने की वजह से रोक दिया गया था. जिससे ये बुजुर्ग नेता नाराज हो गए और मंच पर गहमागहमी का माहौल बन गया. हालांकि कुछ देर बाद ये बुजुर्ग नेता खुद ही मंच से नीचे उतर गए.