भोपाल। मध्य प्रदेश में रक्षाबंधन और फिर चुनाव. सियासत के केंद्र में प्रदेश की 28 फीसदी महिलाएं... जहां कमलनाथ इन महिलाओं को लुभाने के लिए घोषणाएं करते हैं, ये घोषणाएं कहीं बीजेपी पर भारी न पड़ जाएं. लिहाजा शिवराज सरकार ने महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए और सावन के महीने में 450 का सिलेंडर देने का ऐलान भी कर दिया और बीजेपी पर ताल ठोककर कह रही है कि हम कहते नहीं बल्कि करते हैं.
28 फीसदी महिलाओं का रुझान शिवराज सरकार के साथ: बीजेपी को याद है कि 2018 में राहुल गांधी ने किसानों के लिए कर्ज माफी की घोषणा की और वही कांग्रेस के लिए तुरुप का इक्का साबित हुई. अब 2023 में शिवराज फिर से कुर्सी पाने के लिए वही कांग्रेस की रणनीति अपना रहे हैं. CM शिवराज को सलाहकारों ने बताया कि आपकी सोशल इंजीनियरिंग का कोई तोड़ नहीं, और यदि चुनाव में आपको जीतना है तो प्रदेश की आधी फीसदी महिलाओं के लिए कोई स्कीम लानी होगी.
अब शिवराज पेट्रोल और डीजल पर घटाएंगे दाम: केंद्र ने चुनावी से पहले 200 रुपये सिलेंडर पर घटाकर जनता को खुश करने की कोशिश की है. वहीं आधी आबादी के चेहरे पर और खुशी ला दी है, उज्जवला योजना के तहत अब महिलाओं को 700 रूपए में सिलेंडर मिलेगा. यानी अब बीजेपी की चुनावी सौगातों ने विपक्षी दलों को ढेर कर दिया है. वहीं अब सीएम शिवराज सिंह पेट्रोल और डीजल के दाम भी घटाने की तैयारी में हैं.
विपक्ष ने दिए वचन: मध्यप्रदेश में चुनावी सौगातों की झड़ी लगी हुई है, लेकिन अब कांग्रेस भी इसी प्लान में है की बीजेपी की काट कैसे की जाए. कमलनाथ इसकी काट में जुट गए हैं और वो जनता के सामने 11 वचन लाए हैं. जिसमें महिलाओं के लिए 1500 रुपए प्रतिमाह और 500 रुपए में गैस सिलेंडर शामिल है. पूरे घर के लिए 100 यूनिट बिजली फ्री और 200 यूनिट का बिजली बिल हाफ होगा. किसानों के लिये कर्जमाफी, पुराने बिजली बिल माफ करने और किसानों के मुकदमे वापस करने का वचन दिया है.
प्रदेश में जातिवाद वोट बैंक में सेंध की तैयारी: एमपी में चुनाव को देखते हुए जाति वोट बैंक पर भी दोनों पार्टियों की नजर है, शिवराज सरकार ने जहां कैबिनेट विस्तार में जातिगत समीकरणों को साधा है, तो वहीं कांग्रेस भी जातिगत वोट बैंक को साधने की कवायद में जुटी है. दिग्विजय सिंह नंगे पांव नर्मदा यात्रा कर रहे हैं तो कमलनाथ भी पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं.
आमने-सामने भाजपा और कांग्रेस: बीजेपी का कहना है कि ''हम सबका साथ सबका विकास सोचते हैं.'' प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि ''हमारी सरकार मंहगाई को कम कैसे करे इसपर भी लगातार मंथन कर रही है.'' कांग्रेस ने कहा कि ''हम सरकार में आए थे तो हमने बिजली बिल कम किए, बीजेपी के तरह हमने इवेंट करके पैसा की बरबादी नहीं की, हमने खुद की ब्रांडिंग में पैसा नहीं बहाया.'' प्रवक्ता के के मिश्रा ने कहा कि ''हम चुनावी सौगात में विश्वास नहीं रखते बल्कि हम मंहगाई को कम कैसे करें इसी पर हमारा फोकस है. हम 50 प्रतिशत कमीशन पर विश्वास नहीं करते.''