भोपाल। विधासनभा सत्र में प्रश्नकाल के दौरान बीजेपी के सीनियर मंत्री गोपाल भार्गव ने कमलनाथ के बयान को लेकर आपत्ति जताई. गोपाल भार्गव ने कहा कि विधानसभा को लेकर आगर में कमलनाथ ने जो बयान दिया है, वह सदन का अपमान है. संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कमलनाथ के बयान को लेकर कहा कि वे अगर मानते हैं कि सदन में उनकी आवश्यकता नहीं है तो उनको विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देना चाहिए, लेकिन लोकतंत्र के मंदिर के प्रति लगातार व्यंग्य और कटाक्ष करना चिंता की बात है.
विस अध्यक्ष ने जताई नाराजगी : संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से मामले में संज्ञान लेने का अनुरोध किया. कमलनाथ के बयान को लेकर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने भी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि यदि हम सदन का लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं तो इसको लेकर इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए. विधानसभा के बारे में इस तरह की कोई भाषा का इस्तेमाल किया जाएगा तो किसी को भी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए. यह ठीक नहीं है, क्योंकि जहां हम चुनकर आते हैं, जिस मंदिर के हम पुजारी हैं, उसी को खराब जगह बोलना, यह सही नहीं है.
ये बयान दिया था : विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि कमलनाथ के बकवास की जगह बोलने वाले बयान को लेकर समिति द्वारा नोटिस दिया गया है. गौरतलब है कि विधानसभा सत्र के पहले दिन कमलनाथ आगर जिले के दौरे पर थे और वे सत्र में शामिल नहीं हुए. जब इसको लेकर मीडिया द्वारा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं शिवराज की बकवास सुनने सदन में नहीं जाता हूं. उनके इसी बयान पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है. Notice to former CM Kamal Nath, Objectionable statement assembly session, Speaker expressed displeasure, objection of ministers