भोपाल। मध्य प्रदेश की नरेला विधानसभा सीट उन विधानसभा सीटों में से हैं, जहां कांग्रेस लगातार तीन चुनावों से हारती चली आ रही है. इस सीट पर बीजेपी के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री विश्वास सारंग लगातार तीन बार से विधायक हैं. कांग्रेस के युवा प्रत्याशी इस बार उन्हें चुनौती दे रहे हैं. वे आरोप लगाते हैं कि क्षेत्र में पिछले 15 सालों में सिर्फ बीजेपी विधायक का ही विकास हुआ है, लेकिन इस बार नरेला में उलटफेर होने वाला है. मनोज शुक्ला से बात की ईटीवी के बृजेन्द्र पटेरिया ने.
एमपी के मन में मोदी, नरेला के मन में कौन: कांग्रेस उम्मीदवार मनोज शुक्ला कहते हैं कि बीजेपी भले ही गाना बजा लें कि एमपी के मन में मोदी है, लेकिन नरेला की जनता के मन में वह जनप्रतिनिधि नहीं है, जो कोरोना में उन्हें छोड़कर चला गया था. जनता के मन में कौन है, वह 17 तारीख को बता देगी. जिसने बिना किसी पद पर रहते जनता की सेवा की या फिर जो कोरोना में दिखाई नहीं दिया, जनता बताएगी.
बांके बिहारी का आशीर्वाद किस पर बरसेगा ?: चुनाव के पहले कांग्रेस प्रत्याशी ने बड़ी संख्या में महिलाओं को वृदांवन की यात्राएं कराई, लेकिन बांके बिहारी का आशीर्वाद किस पर बरसेगा, इस सवाल पर वे कहते हैं कि बांके बिहारी की कृपा मेरे ऊपर बरस रही है, लेकिन यह चुनावी मामला नहीं था. यह मेरे जीवन का हिस्सा है. यह लगातार जारी रहेगा.
बीजेपी के पास विकास के दावे, कांग्रेस के पास क्या ?: मैं मानता हूं कि नरेला क्षेत्र में विकास हुआ है, लेकिन यह विकास बीजेपी विधायक विश्वास सारंग का हुआ है, उनके द्वारा पोषित गुंडों का विकास हुआ है, जो बीजेपी का गमछा डालकर मतदाताओं को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं.
सबसे ज्यादा प्रत्याशी मैदान में, क्या बी टीम भी है?: कितने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, सभी जानते हैं, लेकिन भोपाल एक नई दिशा की तरफ जाएगा. जो निर्दलीय उम्मीदवार जिसके कहने पर चुनाव लड़ रहे हैं, जनता उनका मुंह काला करके बाहर करेगी.
कांग्रेस नेता नाराज हैं ?: 2018 के चुनाव में चुनाव मैदान में उतरे कांग्रेस नेता महेन्द्र सिंह चौहान ने अंदरूनी गुटबाजी का मनोज शुक्ला का आरोप लगाया था. इस बार वे चुनाव में दिखाई नहीं दे रहे. इस सवाल पर मनोज शुक्ला कहते हैं कि उन्होंने यहां कार्यकर्ताओं की मीटिंग कर उनकी ड्यूटी लगाई है, वे फिलहाल चुरहट में अजय सिंह के चुनाव में हैं. वे लगातार संपर्क में बने हुए हैं.