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PM Modi Ke Man main MP: क्या मामा से हुआ किनारा...बीजेपी का नारा एमपी के मन में मोदी, प्रदेश के वोटरों के नाम प्रधानमंत्री की चिट्ठी

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 19, 2023, 8:06 PM IST

एमपी में इस बार विधानसभा चुनाव सीएम शिवराज नहीं बल्कि पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा जा रहा है. जिसके बाद कहा जा रहा है कि क्या एमपी बीजेपी की राजनीति अब करवट ले चुकी है.

PM Modi Ke Man main MP
मोदी के मन में एमपी
मोदी के मन में एमपी

भोपाल। एमपी के मन में बसे मोदी....यानि तय मान लीजिए कि कभी ब्याज जीरो और शिवराज हीरो का नारा गढ़ने वाले एमपी में बीजेपी की राजनीति पूरी करवट ले चुकी है. एमपी के मन में कौन है..नतीजा तीन दिसम्बर को आएगा, लेकिन बीजेपी ने अपनी नई पटकथा में नायक भी बदल दिए हैं और आइटम सॉग भी. बेशक शिवराज सिंह चौहान सभाओं में पूछते रहें कि बताओ मुझे दोबारा मुख्यमंत्री बनना चाहिए या नहीं...केन्द्रीय हाईकमान अपनी तय स्क्रिप्ट के साथ आगे बढ़ रहा है....और फिलहाल इस स्क्रिप्ट के हिसाब से एमपी के मन में मामा नहीं मोदी बताए जा रहे हैं. ये पहली बार है कि चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट आने से पहले पीएम मोदी की मतदाताओं के नाम चिट्ठी आ गई है...ये तैयारी ये ताकत संकेत क्या दे रही है आखिर.

बीजेपी के हाईटेक रथ और मोदी मंत्र: बीजेपी में पिछली तीन पारी से शिवराज ही रथ के सवार भी होते थे और चुनाव की कमान भी उनके हाथ में ही होती थी. ये पहली बार कि एमपी में सजे रथों के नारे में शिवराज किनारे हैं. एमपी के मन मोदी के नारे पर तैयार है. ये हाईटेक रथ से लेकर चुनाव के शबाब चढ़ने के साथ बीजेपी के बैनर होर्डिंग की बहार तक. अब केवल मोदी ही मोदी हैं. अठारह साल एमपी में लगातार अकेले के दम पर बीजेपी की नैय्या के खिवैय्या रहे शिवराज हैं भी तो उस कतार का हिस्सा बनकर जिसमें शिवराज के समकालीन कई और नेता उनके साथ खड़े हैं.

एमपी के मन में बसे मोदी: एन चुनाव के पहले बीजेपी ने रणनीति बदली और बैनर में एक दर्जन नेताओं की तस्वीरों के साथ ये बता दिया कि अब एमपी में शिवराज का वन मैन शो बीते जमाने की कहानी हुई. एंटी इन्कमबेंसी को पलट देने वाले शिवराज से पार्टी का किनारा एहतियात है या कुछ और. ये केवल कर्नाटक और गुजरात चुनाव के फार्मूले पर बढ़ी पार्टी का एक और प्रयोग है क्या, या वाकई पार्टी का फीडबैक है कि अब ये जोखिम हो सकता है. कांग्रेस हालांकि लगातार सिर्फ चेहरा बदलने पर पार्टी को घेरती रही है. मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा कहती हैं बताइए जनता से पहले बीजेपी को ये महसूस हो गया कि एमपी में मामाजी की सरकार जाने वाली है. तभी तो मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा जा रहा है. बाकी तीन दिसंबर को साफ हो जाएगा कि एमपी के मन में कमलनाथ और कांग्रेस है.

यहां पढ़ें...

MP Assembly Election 2023
पीएम मोदी की एमपी के वोटर के नाम चिट्ठी

एमपी वालों को मोदी की चिट्ठी आई है: ये पहला चुनाव होगा कि मन की बात करने वाले पीएम मोदी उम्मीदवारों के एलान के पहले मतदाताओं के नाम चिट्ठी भी लिख रहे हैं. एमपी में बीजेपी सरकार में हुए विकास कार्यों के ब्यौरे और आंकड़ों के साथ इस चिट्ठी मे पीएम मोदी अपील करते हैं कि मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले मध्यप्रदेश के चुनाव में भी आप मुझ तक अपना समर्थन पहुंचाएंगे, व बीजेपी पर अपने अटूट विश्वास के चलते फिर इस बार डबल इंजन की सरकार बनाएंगे.

मोदी के मन में एमपी

भोपाल। एमपी के मन में बसे मोदी....यानि तय मान लीजिए कि कभी ब्याज जीरो और शिवराज हीरो का नारा गढ़ने वाले एमपी में बीजेपी की राजनीति पूरी करवट ले चुकी है. एमपी के मन में कौन है..नतीजा तीन दिसम्बर को आएगा, लेकिन बीजेपी ने अपनी नई पटकथा में नायक भी बदल दिए हैं और आइटम सॉग भी. बेशक शिवराज सिंह चौहान सभाओं में पूछते रहें कि बताओ मुझे दोबारा मुख्यमंत्री बनना चाहिए या नहीं...केन्द्रीय हाईकमान अपनी तय स्क्रिप्ट के साथ आगे बढ़ रहा है....और फिलहाल इस स्क्रिप्ट के हिसाब से एमपी के मन में मामा नहीं मोदी बताए जा रहे हैं. ये पहली बार है कि चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट आने से पहले पीएम मोदी की मतदाताओं के नाम चिट्ठी आ गई है...ये तैयारी ये ताकत संकेत क्या दे रही है आखिर.

बीजेपी के हाईटेक रथ और मोदी मंत्र: बीजेपी में पिछली तीन पारी से शिवराज ही रथ के सवार भी होते थे और चुनाव की कमान भी उनके हाथ में ही होती थी. ये पहली बार कि एमपी में सजे रथों के नारे में शिवराज किनारे हैं. एमपी के मन मोदी के नारे पर तैयार है. ये हाईटेक रथ से लेकर चुनाव के शबाब चढ़ने के साथ बीजेपी के बैनर होर्डिंग की बहार तक. अब केवल मोदी ही मोदी हैं. अठारह साल एमपी में लगातार अकेले के दम पर बीजेपी की नैय्या के खिवैय्या रहे शिवराज हैं भी तो उस कतार का हिस्सा बनकर जिसमें शिवराज के समकालीन कई और नेता उनके साथ खड़े हैं.

एमपी के मन में बसे मोदी: एन चुनाव के पहले बीजेपी ने रणनीति बदली और बैनर में एक दर्जन नेताओं की तस्वीरों के साथ ये बता दिया कि अब एमपी में शिवराज का वन मैन शो बीते जमाने की कहानी हुई. एंटी इन्कमबेंसी को पलट देने वाले शिवराज से पार्टी का किनारा एहतियात है या कुछ और. ये केवल कर्नाटक और गुजरात चुनाव के फार्मूले पर बढ़ी पार्टी का एक और प्रयोग है क्या, या वाकई पार्टी का फीडबैक है कि अब ये जोखिम हो सकता है. कांग्रेस हालांकि लगातार सिर्फ चेहरा बदलने पर पार्टी को घेरती रही है. मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा कहती हैं बताइए जनता से पहले बीजेपी को ये महसूस हो गया कि एमपी में मामाजी की सरकार जाने वाली है. तभी तो मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा जा रहा है. बाकी तीन दिसंबर को साफ हो जाएगा कि एमपी के मन में कमलनाथ और कांग्रेस है.

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MP Assembly Election 2023
पीएम मोदी की एमपी के वोटर के नाम चिट्ठी

एमपी वालों को मोदी की चिट्ठी आई है: ये पहला चुनाव होगा कि मन की बात करने वाले पीएम मोदी उम्मीदवारों के एलान के पहले मतदाताओं के नाम चिट्ठी भी लिख रहे हैं. एमपी में बीजेपी सरकार में हुए विकास कार्यों के ब्यौरे और आंकड़ों के साथ इस चिट्ठी मे पीएम मोदी अपील करते हैं कि मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले मध्यप्रदेश के चुनाव में भी आप मुझ तक अपना समर्थन पहुंचाएंगे, व बीजेपी पर अपने अटूट विश्वास के चलते फिर इस बार डबल इंजन की सरकार बनाएंगे.

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