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MP Election 2023: टिकट के लिए कांग्रेस में मंथन, हारे उमीदवारों के नाम पर भी चर्चा, जिला और ब्लॉक अध्यक्षों से ली जाएगी राय

एमपी चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस में मंथन जारी है. जहां हारे हुए उम्मीदवारों के नाम पर भी चर्चा की जा रही है. कांग्रेस अपने हर पदाधिकारी से इस विषय पर चर्चा कर रही है.

kamal nath
कमलनाथ
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 3, 2023, 9:45 PM IST

भोपाल। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में रविवार को दिन भर टिकट को लेकर मंथन चलता रहा. स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अलग-अलग संभागों पदाधिकारी से चर्चा की. स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों के अलावा प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और कमलनाथ ने सोमवार को सभी ब्लॉक अध्यक्ष और जिला अध्यक्षों को सोमवार को भोपाल बुलाया है. कांग्रेस इसके जरिए संदेश देना चाहती है कि पार्टी में आम सहमति से टिकट का वितरण किया गया है. साथ ही इस प्रक्रिया से कांग्रेस टिकट वितरण के बाद बगावत की आशंकाओं को भी काम करने की कोशिश कर रही है. स्क्रीनिंग कमेटी इन सभी से विधानसभा क्षेत्र के दावेदारों को लेकर राय लेगी. उधर बैठक की पहली स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि "पार्टी के लिए टिकट का फार्मूला सिर्फ जिताऊ कैंडिडेट ही है. ऐसे में यदि कहीं जरूरत पड़ी तो दो बार हारे हुए नेता को भी चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है.

स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष बोले टिकट का एक ही फार्मूला: कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में मीडिया से चर्चा के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि "टिकट को लेकर सभी से चर्चा हो रही है. सभी के काम करने का अपना अलग तरीका होता है. हम सबसे चर्चा करके ही आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि दो बार हारे प्रत्याशियों की उम्मीदवारी को लेकर सभी से चर्चा के बाद ही निर्णय लिया जाएगा." स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भवन जितेंद्र सिंह ने कहा कि "शनिवार को लगातार 14 घंटे स्क्रीनिंग की प्रक्रिया की गई. आज भी लगातार इसको लेकर काम किया जा रहा है. हमें जिला अध्यक्ष प्रभारी और जमीनी कार्यकर्ताओं से कई तरह के सुझाव मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई कार्यकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि बाहरी व्यक्ति को टिकट न दिया जाए, उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाना चाहिए. भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि जो कांग्रेस का झंडा उठाकर चलता है, उसकी राय से ही टिकट का बंटवारा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि टिकट वितरण में समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखा जाएगा. जरूरी नहीं है कि जो चुनाव हार गए हों, उन्हें मैदान में न उतरा जाए. टिकट वितरण का सिर्फ एक ही क्राइटेरिया है. जिताऊ कैंडिडेट. इस क्राइटेरिया पर जो भी प्रत्याशी फिट बैठेगा, उसे चुनाव मैदान में उतारा जाएगा.

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दावेदार के जीतने की संभावनाओं के क्रम लिखवाए: स्क्रीनिंग कमेटी ने तमाम संभागों के पदाधिकारी से एक-एक विधानसभा बार चर्चा की. कमेटी ने जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारी से बंद लिफाफे में बुलाए गए दावेदारों के नाम को लेकर चर्चा की. स्क्रीनिंग कमेटी ने पूछा कि आखिर इन दावेदारों के नाम किस आधार पर सिलेक्ट किए गए. किस दावेदार के जीतने की संभावना कितनी ज्यादा है और क्यों. कमेटी ने हर विधानसभा के दावेदारों के क्रमवार नाम लिखवाए और उसके आगे उसके कारण भी लिखवाए गए. प्रभारी से स्थानीय जाति का समीकरण क्षेत्र के समीकरण और सत्तादारी दल के नेता के प्रभाव को लेकर भी सवाल जवाब किए गए.

भोपाल। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में रविवार को दिन भर टिकट को लेकर मंथन चलता रहा. स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अलग-अलग संभागों पदाधिकारी से चर्चा की. स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों के अलावा प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और कमलनाथ ने सोमवार को सभी ब्लॉक अध्यक्ष और जिला अध्यक्षों को सोमवार को भोपाल बुलाया है. कांग्रेस इसके जरिए संदेश देना चाहती है कि पार्टी में आम सहमति से टिकट का वितरण किया गया है. साथ ही इस प्रक्रिया से कांग्रेस टिकट वितरण के बाद बगावत की आशंकाओं को भी काम करने की कोशिश कर रही है. स्क्रीनिंग कमेटी इन सभी से विधानसभा क्षेत्र के दावेदारों को लेकर राय लेगी. उधर बैठक की पहली स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि "पार्टी के लिए टिकट का फार्मूला सिर्फ जिताऊ कैंडिडेट ही है. ऐसे में यदि कहीं जरूरत पड़ी तो दो बार हारे हुए नेता को भी चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है.

स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष बोले टिकट का एक ही फार्मूला: कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में मीडिया से चर्चा के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि "टिकट को लेकर सभी से चर्चा हो रही है. सभी के काम करने का अपना अलग तरीका होता है. हम सबसे चर्चा करके ही आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि दो बार हारे प्रत्याशियों की उम्मीदवारी को लेकर सभी से चर्चा के बाद ही निर्णय लिया जाएगा." स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भवन जितेंद्र सिंह ने कहा कि "शनिवार को लगातार 14 घंटे स्क्रीनिंग की प्रक्रिया की गई. आज भी लगातार इसको लेकर काम किया जा रहा है. हमें जिला अध्यक्ष प्रभारी और जमीनी कार्यकर्ताओं से कई तरह के सुझाव मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई कार्यकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि बाहरी व्यक्ति को टिकट न दिया जाए, उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाना चाहिए. भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि जो कांग्रेस का झंडा उठाकर चलता है, उसकी राय से ही टिकट का बंटवारा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि टिकट वितरण में समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखा जाएगा. जरूरी नहीं है कि जो चुनाव हार गए हों, उन्हें मैदान में न उतरा जाए. टिकट वितरण का सिर्फ एक ही क्राइटेरिया है. जिताऊ कैंडिडेट. इस क्राइटेरिया पर जो भी प्रत्याशी फिट बैठेगा, उसे चुनाव मैदान में उतारा जाएगा.

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