भोपाल। प्रदेश में मानसूनी बारिश का दौर जारी है. झारखंड से गुजरात तक बनी टर्फ लाइन के कारण प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मानसून की रफ्तार तेज हो गई है. राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों में बीते 24 घंटो में झमाझम बारिश दर्ज की गई. राजधानी की बात करें, तो बीते 24 घंटे में 41 मिमी बारिश हुई, वहीं वातावरण में ठंडक आने से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है.
शुक्रवार को इन जिलों में जमकर हुई बारिश
प्रदेश के पचमढ़ी जिले में 98 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि होशंगाबाद में 57 मिमी, बैतूल में 51 मिमी, भोपाल में 41 मिमी, नरसिंगपुर 43 मिमी, सतना 30 मिमी, उमरिया 19 मिमी, छिंदवाड़ा 18 मिमी, सागर 18 मिमी, दमोहो 12 मिमी, टीकमगढ़ 14 मिमी, जबलपुर 14 मिमी, गुना 17 मिमी, शाजापुर 6 मिमी और खण्डवा में 4 मिमी बारिश दर्ज की गई है.
राज्य में अब तक कितनी बारिश
दरअसल, मानसून ने अपने निर्धारित समय पर ही प्रदेश में दस्तक दे दी है. राज्य में हो रही झमाझम बारिश ने जून माह में ही रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. राज्य में 144% अधिक बारिश हो चुकी है. बता दें कि 1 जून से 24 जून के बीच में ही बारिश का नया रिकॉर्ड बन चुका है. जानकारों के अनुसार, इसी तरह यदि बारिश होती रही, तो प्रदेश के सभी बांध समय से पहले ही भर जाएंगे.
इसलिए सक्रिय हैं मानसून
दरअसल, प्रदेश में एक साथ चार सिस्टम सक्रिए होने से मानसूनी बादल जमकर बरस रहे हैं. मौसम विभाग के अनुसार पूर्व-पश्चिमी ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश से होकर गुजरी है. वहीं झारखंड के ऊपर एक चक्रवात बना हुआ है. इसके अलावा भी अन्य सिस्टम एक्टिवेट है, जिसके कारण प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है.
अगले 24 घंटे में कहां-कहां होगी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटे में ग्वालियर-चंबल संभाग को छोड़कर अन्य जगह बारिश का दौर जारी रहेगा. मौसम विभाग के अनुसार, ग्वालियर, चंबल संभाग सहित नीमच, आगर, राजगढ़, मंदसौर, निवाड़ी और टीकमगढ़ जिलो को छोड़कर सभी जिलों मे सामान्य और सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान है. वहीं, जुलाई के दूसरे हफ्ते के बाद ग्वालियर, चंबल संभाग में भी अच्छी बारिश होगी तब तक तपामान में वृद्धि के आसार हैं.
एमपी में कब आया मानसून
मध्य प्रदेश में सामान्य मानसून 20 जून तक पहुंचता है, जो पिछले सालों की तुलना मे 10 दिन पहले सक्रिय हुआ है. मौसम वैज्ञानिक इसका कारण, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में लगातार सक्रिय हो रहे मानसून को मान रहे हैं. बता दें कि मानसून की घोषणा बादलों की स्थिति हवा और अन्य स्टेशनों पर होने वाली बारिश के साथ टर्फ के आधार पर की जाती है.
10 सालों में कब-कब आया मानसून
2012 | 4 जुलाई |
2013 | 11 जून |
2014 | 7 जुलाई |
2015 | 22 जून |
2016 | 20 जून |
2017 | 26 जून |
2018 | 24 जून |
2019 | 28 जून |
2020 | 15 जून |
2021 | 10 जून |