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हीरा खदान के लिए पांच औद्योगिक घरानों में मुकाबला, 10 दिसंबर को होगी नीलामी - वेदांता कंपनी

प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बंदर हीरा खदान की नीलामी 30 साल की लीज के लिए 10 दिसंबर को होगी. इसके लिए देश की जानी-मानी पांच कंपनियों के बीच मुकाबला हो रहा है.

Monkey diamond mine of Chhatarpur district
10 दिसंबर को होगी हीरा खदान की नीलामी
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Published : Dec 4, 2019, 3:06 PM IST

भोपाल। छतरपुर जिले की बंदर हीरा खदान की नीलामी के लिए देश की जानी-मानी पांच कंपनियों के बीच मुकाबला हो रहा है. 30 साल की लीज के लिए नीलामी 10 दिसंबर को होगी. सरकार ने इस बार रॉयल्टी की दर 12 प्रतिशत रखी है, जिसे बढ़ाकर 14 फीसदी तक किया जा सकता है. खनिज विभाग से निविदा जारी होने पर उपक्रम एनएमडीसी, एस्सेल माइनिंग और रुंगटा माइन्स, अदानी ग्रुप की चेन्दीपदा कॉलरी और वेदांता कंपनी ने बिड जमा की है.

10 दिसंबर को होगी हीरा खदान की नीलामी

छतरपुर की बंदर हीरा खदान 364 हेक्टेयर भूमि पर है, जिसमें 34.2 मिलियन कैरेट हीरा होने की संभावना है. इन हीरों की कीमत करीब 55 हजार करोड़ आंकी गई है. पहले खदानों की नीलामी 27 नवंबर को होनी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से इस तारीख को बढ़ाकर 9 और 10 दिसंबर कर दिया गया है. नीलामी में शामिल होने के लिए आवेदक कंपनी का नेटवर्क कम से कम 11 सौ करोड़ होना जरूरी है. जिन कंपनियों ने बिड जमा की है, उन्होंने इसके लिए 56 करोड़ रुपए सिक्योरिटी मनी भी जमा कराई है.

9 दिसंबर को इनिशियल प्राइस ऑफर का परीक्षण होगा, जबकि 10 दिसंबर को नीलामी की जाएगी. खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल का कहना है कि हीरा खदान की नीलामी के बाद सरकार को बड़े राजस्व की प्राप्ति होगी. इससे खनिज विभाग का राजस्व कई गुना हो जाएगा.

भोपाल। छतरपुर जिले की बंदर हीरा खदान की नीलामी के लिए देश की जानी-मानी पांच कंपनियों के बीच मुकाबला हो रहा है. 30 साल की लीज के लिए नीलामी 10 दिसंबर को होगी. सरकार ने इस बार रॉयल्टी की दर 12 प्रतिशत रखी है, जिसे बढ़ाकर 14 फीसदी तक किया जा सकता है. खनिज विभाग से निविदा जारी होने पर उपक्रम एनएमडीसी, एस्सेल माइनिंग और रुंगटा माइन्स, अदानी ग्रुप की चेन्दीपदा कॉलरी और वेदांता कंपनी ने बिड जमा की है.

10 दिसंबर को होगी हीरा खदान की नीलामी

छतरपुर की बंदर हीरा खदान 364 हेक्टेयर भूमि पर है, जिसमें 34.2 मिलियन कैरेट हीरा होने की संभावना है. इन हीरों की कीमत करीब 55 हजार करोड़ आंकी गई है. पहले खदानों की नीलामी 27 नवंबर को होनी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से इस तारीख को बढ़ाकर 9 और 10 दिसंबर कर दिया गया है. नीलामी में शामिल होने के लिए आवेदक कंपनी का नेटवर्क कम से कम 11 सौ करोड़ होना जरूरी है. जिन कंपनियों ने बिड जमा की है, उन्होंने इसके लिए 56 करोड़ रुपए सिक्योरिटी मनी भी जमा कराई है.

9 दिसंबर को इनिशियल प्राइस ऑफर का परीक्षण होगा, जबकि 10 दिसंबर को नीलामी की जाएगी. खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल का कहना है कि हीरा खदान की नीलामी के बाद सरकार को बड़े राजस्व की प्राप्ति होगी. इससे खनिज विभाग का राजस्व कई गुना हो जाएगा.

Intro:भोपाल। छतरपुर जिले की बंदर हीरा खदान की नीलामी के लिए देश की जानी-मानी पांच कंपनियों के बीच मुकाबला हो रहा है। 30 साल की लीज के लिए नीलामी 10 दिसंबर को होगी सरकार ने इस बार रॉयल्टी की दर 12 प्रतिशत रखी है जिसे बढ़ाकर 14 फ़ीसदी तक किया जा सकता है। खनिज विभाग से निविदा जारी होने पर उपक्रम एनएमडीसी, एस्सेल माइनिंग और रुंगटा माइन्स अदानी ग्रुप की चेन्दीपदा कॉलरी और वेदांता कंपनी ने बिड जमा की है।


Body:छतरपुर की बंदर हीरा खदान 364 हेक्टेयर भूमि में है जिसमें 34.2 मिलियन कैरेट हीरा की संभावना के आधार पर कीमत करीब ₹55000 आंकी गई है गौरतलब है कि पहले ही प्रधानों की नीलामी 27 नवंबर को होनी थी लेकिन तकनीकी कारणों से इस तारीख को बढ़ाकर 9 और 10 दिसंबर कर दिया गया है नीलामी में शामिल होने के लिए आवेदक कंपनी की नेटवर्क कम से कम 11 सौ करोड़ होना जरूरी है। जिन कंपनियों ने बिड जमा की है उन्होंने इसके लिए 56 करोड रुपए सिक्योरिटी मनी भी जमा कराई है। 9 दिसंबर को इनिशियल प्राइस ऑफर का परीक्षण होगा जबकि 10 दिसंबर को नीलामी की जाएगी। खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल का कहना है कि हीरा खदान की नीलामी के बाद सरकार को बड़े राजस्व की प्राप्ति होगी। जिससे खनिज विभाग का राजस्व कई गुना हो जाएगा।


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