भोपाल। छतरपुर जिले की बंदर हीरा खदान की नीलामी के लिए देश की जानी-मानी पांच कंपनियों के बीच मुकाबला हो रहा है. 30 साल की लीज के लिए नीलामी 10 दिसंबर को होगी. सरकार ने इस बार रॉयल्टी की दर 12 प्रतिशत रखी है, जिसे बढ़ाकर 14 फीसदी तक किया जा सकता है. खनिज विभाग से निविदा जारी होने पर उपक्रम एनएमडीसी, एस्सेल माइनिंग और रुंगटा माइन्स, अदानी ग्रुप की चेन्दीपदा कॉलरी और वेदांता कंपनी ने बिड जमा की है.
छतरपुर की बंदर हीरा खदान 364 हेक्टेयर भूमि पर है, जिसमें 34.2 मिलियन कैरेट हीरा होने की संभावना है. इन हीरों की कीमत करीब 55 हजार करोड़ आंकी गई है. पहले खदानों की नीलामी 27 नवंबर को होनी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से इस तारीख को बढ़ाकर 9 और 10 दिसंबर कर दिया गया है. नीलामी में शामिल होने के लिए आवेदक कंपनी का नेटवर्क कम से कम 11 सौ करोड़ होना जरूरी है. जिन कंपनियों ने बिड जमा की है, उन्होंने इसके लिए 56 करोड़ रुपए सिक्योरिटी मनी भी जमा कराई है.
9 दिसंबर को इनिशियल प्राइस ऑफर का परीक्षण होगा, जबकि 10 दिसंबर को नीलामी की जाएगी. खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल का कहना है कि हीरा खदान की नीलामी के बाद सरकार को बड़े राजस्व की प्राप्ति होगी. इससे खनिज विभाग का राजस्व कई गुना हो जाएगा.