भोपाल। कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने मिड डे मील में बांटे जा रहे खाने को लेकर विधानसभा में सवाल उठाया. लक्ष्मण सिंह ने कहा कि सरकार जिस तरीके का भोजन बच्चों को दे रही है. बच्चे तो दूर उसे पशु भी नहीं खाते. आखिर सरकार इस तरीके का राशन क्यों बर्बाद कर रही है. मिड डे मील में राशन के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार हो रहा है और बच्चों को खाने के लिए गुणवत्ता विहीन भोजन दिया जाता है.
बच्चे तो दूर पशु भी नहीं खाते खाना
कांग्रेस विधायक ने सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर जो राशन बच्चों को मिलता है, उसमें इतना भ्रष्टाचार होता है कि उसकी गुणवत्ता ही खत्म हो जाती है. आलम यह है कि बच्चे तो दूर उस राशन को पशु भी नहीं खाते हैं. विधायक ने कहा कि सरकार को इस पर विचार करना चाहिए. इसके साथ ही बाबई फार्म हाउस की जगह ड्रग इंडस्ट्री लगाने पर भी लक्ष्मण सिंह ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार कहती है कि हमें नर्मदा को स्वच्छ और शुद्ध रखना है, ऐसे में नर्मदा किनारे अगर ड्रग फैक्ट्री लगेगी तो उससे निकलने वाला केमिकल वेस्ट भी नर्मदा में ही मिलेगा. जो कि लोगों की आस्था और उनके जान दोनों के साथ खिलवाड़ बनेगा.
मध्यप्रदेश में EVM से ही होंगे निकाय चुनावः आयुक्त
दरअसल प्रदेश में मिड डे मील को लेकर कई बार सरकार के पास शिकायतें प्राप्त हुई है. समय-समय पर सरकार ने मिड डे मील बांटने वाली स्व सहायता समूह को भी बदला था, हालांकि मिड-डे मील को लेकर लगातार ही शिकायतें प्राप्त होती हैं. कभी खाने की गुणवत्ता अच्छी नहीं होती तो कभी पुराना और पोषणहीन इन राशन दिया जाता था.