भोपाल। 2021 जा रहा है और 2022 आ रहा है. ऐसे में चिकित्सा शिक्षा विभाग के क्षेत्र में क्या-क्या बेहतर काम हुए हैं. ऐसी क्या चुनौतियां रहीं, जिनका सामना विभाग ने किया. इन सभी बातों पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (Medical education minister vishwas sarang interview) से ईटीवी भारत संवाददाता आदर्श चौरसिया ने चर्चा की. मंत्री का कहना था कि 2021 में स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती कोविड ही थी, जिस तरह से देश के साथ मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का खतरा लगातार बढ़ा. ऐसे में यह सबसे बड़ी चुनौती के रूप में ही सामने आई.
सवालः कोरोना की दूसरी लहर के वक्त सबसे ज्यादा क्या मुश्किल था ?
जवाबः आमजन को ज्यादा से ज्यादा इलाज मिल सके, यही उनका लक्ष्य था. उन्होंने कहा कि दूसरी लहर एकदम से आई थी, ऐसे में कोई यह समझ नहीं पा रहा था करना क्या है. आमजन में पशोपेश (corona impact in mp) की स्थिति थी, और पूरी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग पर थी. ऐसे में लोगों को ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें और उसके इंतजाम करना, यह बड़ी दिक्कत का काम था. लोगों के सहयोग और आपसी टीमवर्क के कारण यह काम हो गया.
सवालः 2022 में विश्वास सारंग और उनके विभाग के सामने क्या चुनौतियां होंगी ?
जवाबः फिलहाल तीसरी लहर का खतरा है. इसकी सबसे बड़ी चुनौती अभी सामने हैं. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग तमाम इंतजाम भी किए हुए है. वार्डों की संख्या मध्यप्रदेश (vishwas sarang strategy for mp against covid) में बढ़ाई गई है. ऑक्सीजन प्लांट चालू किए गए हैं. लोगों से भी यही अपील की है कि वह सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क और अन्य गाइडलाइन का पालन करें.
सवालः मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव 2023 में हैं और 24 में लोकसभा के केंद्र के चुनाव हैं। ऐसे में इस को लेकर खुद विश्वास सारंग ओर पार्टी की क्या रणनीति है ?
जवाबः भारतीय जनता पार्टी चुनाव के लिए हमेशा तैयार रहती है. आमजन में पार्टी के प्रति अच्छा माहौल है. ऐसे में आने वाले समय में भी पार्टी हर जगह बेहतर प्रदर्शन कर जीत हासिल करेगी.