भोपाल। प्रदेश सरकार पर मंडरा रहा संकट अभी भी टला नहीं है भले ही विधानसभा को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया हो लेकिन बीजेपी के द्वारा फ्लोर टेस्ट करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है जिसकी सुनवाई होगी.
इस मामले में पीसी शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सम्मिलित होने के लिए सभी विधायक आए थे. सभी विधायक पूरी तरह से स्वतंत्र और आराम से घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे सभी विधायक लगातार फोन पर बात भी कर रहे हैं और सभी एक निजी होटल में ठहरे हुए हैं, लेकिन बीजेपी के विधायकों के फोन तो लगातार बंद आ रहे हैं तो वहीं बीजेपी का कोई भी विधायक देखने तक को नहीं मिल रहा है. वहीं 16 विधायकों को अलग बंधक बनाकर रखा गया है.
पीसी शर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होना है इसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ की ओर से और विधानसभा अध्यक्ष की ओर से वकील प्रस्तुत करेंगे और हमारी कोशिश होगी कि हम सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपनी सभी बातें मजबूती के साथ रखें. उन्होंने कहा कि उन्हें न्याय व्यवस्था पर भी पूरा भरोसा है कि वह जो भी निर्णय लेगी वह सही ही होगा.
उन्होंने कहा कि 16 विधायक जो मध्य प्रदेश से लापता है इस विषय पर भी सुप्रीम कोर्ट के समक्ष लाया जाएगा और उन्हें यहां लाने का निवेदन किया जाएगा. हालांकि 8 से 9 विधायकों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह बीजेपी पार्टी में नहीं जाएंगे. वह कांग्रेस के हैं और कांग्रेस में ही रहेंगे. मंत्री शर्मा ने कहा कि 16 विधायकों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री को पहले ही पत्र भेजा जा चुका है और उन से निवेदन किया गया है कि जिस भी तरह की सुरक्षा व्यवस्था दे देना चाहते हैं वे उन सभी विधायकों को देखकर यहां पर ला सकते हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है इसलिए इसमें किसी भी प्रकार की जल्दबाजी नहीं की जा सकती है.