भोपाल । एक तरफ सरकार ही लोगों को लाभान्वित करने के लिए तमाम योजनाएं चलाती है ताकि लोगों को उसका फायदा हो सके लेकिन दूसरी तरफ सरकार के मंत्री ही योजनाओं से बेखबर हों तो ये चौकानें वाली बात है. प्रदेश सरकार की ओर से तकरीबन 4 साल पहले उदिता कॉर्नर योजना की शुरुआत की थी. ताकि माहवारी से फैलने वाली बीमारियों से जूझ रही महिलाओं को बचाया जा सके.लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी अपने ही विभाग की योजनाओं से बेखबर हैं. इसकी बानगी तब सामने आई जब ईटीवी भारत ने उनसे उदिता योजना के बारे में सवाल पूछा. जवाब में मंत्री महोदया ने कहा कि ऐसी कोई योजना ही संचालित नहीं हो रही, उल्टा हमारे पत्रकार को ही मंत्री जी ने पढ़ने की सलाह दे डाली.
जब मंत्री जी के विभाग के प्रमुख सचिव अनुपम राजन से बात की तो उन्होंने बताया कि इस योजना से मध्य प्रदेश की करीब 40 लाख महिलाएं और किशोरियां इससे लाभान्वित हो रही हैं.
ये है उदिता योजना
⦁ किशोरियों और महिलाओं को माहवारी के समय जागरूकता और इससे जुड़ी बीमारियों के बारे में जानकारी दी जाती है.
⦁ उदिता योजना के तहत महिलाओं को सस्ते में सेनेटरी पैड उपलब्ध कराये जाते हैं.
⦁ ये योजना साल 2016 से संचालित है.
⦁ इसके तहत आंगनबाड़ियो में 11 से 18 साल की किशोरियों और अन्य महिलाओं को माहवारी के बारे जागरूक किया जाता है.
⦁ माहवारी से जुड़े प्रश्नों और भ्रांतियों का समाधान भी किया जाता है.
⦁ पोषण और एनीमिया संबंधी जागरूकता भी किशोरियों में लाई जा रही है.
अगर महिला एवं बाल विकास के आंकड़ों पर नजर डालें तो, साल 2018-19 में इस योजना से 92,123 उदिता कॉर्नर के जरिये 35 लाख सेमेटरी पैड महिलाओं को उपलब्ध कराए गए. इसके साथ ही महिला स्व-सहायता समूह और सखी-सहेली समूहों को सेनेटरी पैड के उत्पादन से जोड़ा गया है.