भोपाल। प्रदेश में कोरोना संक्रमण अभी भी तेजी से फैल रहा है. प्रदेश के कई जिले ऐसे हैं जहां अभी भी संक्रमित मरीजों का निकलना जारी है. भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, मुरैना, उज्जैन जैसे जिलों में अभी भी तेजी से संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं.
ऐसी स्थिति में सरकार की चिंताएं भी लगातार बढ़ती जा रही हैं, क्योंकि अनलॉक- 4 की शुरुआत के साथ ही सरकार ने तमाम तरह की गतिविधियां प्रारंभ करने की अनुमति दे दी है. ऐसी स्थिति में लोगों को नियमों का पालन करवाना सरकार के लिए भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है, तो वहीं प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे संक्रमण को लेकर सरकार ने अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के द्वारा प्रदेश के समस्त मेडिकल कॉलेजों के डीन के साथ आगामी तैयारियों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की गई है. इस दौरान अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव संजय शुक्ला, आयुक्त निशांत वरवड़े, संचालक अल्का श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे. इस दौरान सभी मेडिकल कॉलेजों को निर्देशित किया गया है कि अक्टूबर तक हर हाल में वर्तमान बेड की संख्या में 3 गुना इजाफा करते हुए, बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के इंतजाम किए जाएं.
प्रदेश के समस्त मेडिकल कॉलेजों के डीन के साथ चर्चा करते हुए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ सहित पैरा-मेडिकल एवं अन्य स्टॉफ पूरी मेहनत एवं लगन से काम कर रहे हैं, वो सम्मान एवं बधाई के पात्र हैं. उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. अक्टूबर तक मेडिकल कॉलेजों में बेड क्षमता 3 गुना करने के लिए सतत प्रयास किए जाएं.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के डीन और मेडिकल एवं हेल्थ के वरिष्ठ अधिकारियों की पूरी टीम सतत मॉनिटरिंग कर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रही है. वो भी बधाई के पात्र हैं.
उन्होंने डीन्स को पूरे स्टॉफ का उत्साहवर्धन करने की समझाइश दी. चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने सभी डीन्स से अलग-अलग उनकी मांग आदि विषय पर चर्चा की और निराकरण के निर्देश दिए. बैठक में मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 के इलाज के लिए अपनाए गए ट्रीटमेंट प्रोटोकाल पर चर्चा की गई. साथ ही मेडिकल कॉलेज में कोविड बेड और आक्यूपेसी पर विस्तृत चर्चा की गई.
बताया गया कि अभी 13 हजार 115 मेडिकल कॉलेजेस में बेड केपेसिटी है. कोविड के लिए चिन्हित 5397 बेड्स उपलब्ध हैं. अक्टूबर तक इसे बढ़ाकर 6523 करने का लक्ष्य निर्धारित है. इसमें 3012 आइसोलेशन बेड विथ ऑक्सीजन, 2167 एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) बेड्स और 1335 आईसीयू बेड्स शामिल हैं.