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माखनलाल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 19 पर मामला दर्ज

आयकर विभाग द्वारा सीएम कमलनाथ के करीबियों के यहां छापामार कार्रवाई करने के बाद एमपी सरकार भी एक्शन में है. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में नियम विरुद्ध नियुक्तियां किए जाने के मामले में पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.

पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 19 पर मामला दर्ज
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Published : Apr 14, 2019, 10:01 PM IST

भोपाल| आयकर विभाग द्वारा सीएम कमलनाथ के करीबियों के यहां छापामार कार्रवाई करने के बाद एमपी सरकार भी एक्शन में है. मध्य प्रदेश में एक के बाद एक लगातार कार्रवाई हो रही है. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में नियम विरुद्ध नियुक्तियां किए जाने के मामले में पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हुई वित्तीय अनियमितता और नियम विरुद्ध नियुक्तियों के मामले में EOW ने मामला दर्ज किया है. इस मामले में प्रदेश के पूर्व मंत्री और बीजेपी के विधायक विश्वास सारंग की बहन आरती सारंग को भी आरोपी बनाया गया है. इसमें बताया गया है कि साल 2010 से 2018 के बीच कुलपति पद पर पदस्थ बृजकिशोर कुठियाला द्वारा विश्वविद्यालय में कई नियुक्तियां नियम विरुद्ध की गई हैं.

पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 19 पर मामला दर्ज

विश्वविद्यालय ने साल 2003 से दिसंबर 2016 तक जिन शिक्षकों की नियुक्ति की है यूजीसी के नियमों का पालन नहीं किया गया है. साल 2010 से 2018 के बीच प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को 8 लाख रुपए, राष्ट्रीय ज्ञान संगम के लिए 9.50 लाख रुपए, जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र द्वारा श्री श्री रविशंकर के आश्रम में आयोजित राष्ट्रीय विद्त संगम के लिए 3 लाख रुपए, भारतीय शैक्षणिक मंडल नागपुर को 8 हजार रुपए, भारतीय वेब प्राइवेट लिमिटेड नागपुर को, 40, 507 रुपए अवैधानिक रूप से विश्वविद्यालय की निधि से जारी किए गए हैं. इस तरह से तकरीबन 21,04,607 रुपए की आर्थिक हानि विश्वविद्यालय को हुई है.

अधिकारियों ने बताया कि साल 2003 से लेकर 2018 तक नियुक्तियों को लेकर कई अनियमितताएं बरती गई हैं. इस मामले में जांच की गई तो पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला और 19 अन्य जिन की नियुक्तियां की गई हैं उनके विरुद्ध धारा 409, 420, 120 बी, धारा 7 के अंतर्गत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया है.

तत्कालीन कुलपति बृजकिशोर कुठियाला, डॉ . अनुराग सीठा, डॉ. पी शशि कला, डॉ. पवित्रा श्रीवास्तव, डॉ. अरुण कुमार भगत, डॉ. रजनी नागपाल, संजय द्विवेदी, डॉ. अनुराग बाजपेयी, डॉ. कंचन भाटिया, डॉ. मनोज कछारिया, डॉ. आरती सारंग, डॉ. रंजन सिंह, डॉ. सुरेंद्र पॉल, डॉ सौरभ मालवीय, डॉ सूर्य प्रकाश, डॉ. प्रदीप डेहरिया, डॉ सतेंद्र डेहरिया, डॉ. गजेंद्र सिंह, डॉ. कपिल राज, डॉ. मोनिका वर्मा इन सभी पर EOW ने मामला दर्ज किया गया है.

भोपाल| आयकर विभाग द्वारा सीएम कमलनाथ के करीबियों के यहां छापामार कार्रवाई करने के बाद एमपी सरकार भी एक्शन में है. मध्य प्रदेश में एक के बाद एक लगातार कार्रवाई हो रही है. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में नियम विरुद्ध नियुक्तियां किए जाने के मामले में पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हुई वित्तीय अनियमितता और नियम विरुद्ध नियुक्तियों के मामले में EOW ने मामला दर्ज किया है. इस मामले में प्रदेश के पूर्व मंत्री और बीजेपी के विधायक विश्वास सारंग की बहन आरती सारंग को भी आरोपी बनाया गया है. इसमें बताया गया है कि साल 2010 से 2018 के बीच कुलपति पद पर पदस्थ बृजकिशोर कुठियाला द्वारा विश्वविद्यालय में कई नियुक्तियां नियम विरुद्ध की गई हैं.

पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 19 पर मामला दर्ज

विश्वविद्यालय ने साल 2003 से दिसंबर 2016 तक जिन शिक्षकों की नियुक्ति की है यूजीसी के नियमों का पालन नहीं किया गया है. साल 2010 से 2018 के बीच प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को 8 लाख रुपए, राष्ट्रीय ज्ञान संगम के लिए 9.50 लाख रुपए, जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र द्वारा श्री श्री रविशंकर के आश्रम में आयोजित राष्ट्रीय विद्त संगम के लिए 3 लाख रुपए, भारतीय शैक्षणिक मंडल नागपुर को 8 हजार रुपए, भारतीय वेब प्राइवेट लिमिटेड नागपुर को, 40, 507 रुपए अवैधानिक रूप से विश्वविद्यालय की निधि से जारी किए गए हैं. इस तरह से तकरीबन 21,04,607 रुपए की आर्थिक हानि विश्वविद्यालय को हुई है.

अधिकारियों ने बताया कि साल 2003 से लेकर 2018 तक नियुक्तियों को लेकर कई अनियमितताएं बरती गई हैं. इस मामले में जांच की गई तो पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला और 19 अन्य जिन की नियुक्तियां की गई हैं उनके विरुद्ध धारा 409, 420, 120 बी, धारा 7 के अंतर्गत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया है.

तत्कालीन कुलपति बृजकिशोर कुठियाला, डॉ . अनुराग सीठा, डॉ. पी शशि कला, डॉ. पवित्रा श्रीवास्तव, डॉ. अरुण कुमार भगत, डॉ. रजनी नागपाल, संजय द्विवेदी, डॉ. अनुराग बाजपेयी, डॉ. कंचन भाटिया, डॉ. मनोज कछारिया, डॉ. आरती सारंग, डॉ. रंजन सिंह, डॉ. सुरेंद्र पॉल, डॉ सौरभ मालवीय, डॉ सूर्य प्रकाश, डॉ. प्रदीप डेहरिया, डॉ सतेंद्र डेहरिया, डॉ. गजेंद्र सिंह, डॉ. कपिल राज, डॉ. मोनिका वर्मा इन सभी पर EOW ने मामला दर्ज किया गया है.

Intro:नोट= इस खबर का वीडियो इसी स्लग के नाम से मेल के द्वारा भेजा गया है कृपया लगाने का कष्ट करें .

माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय मैं नियम विरुद्ध नियुक्तियों में हुआ पूर्व कुलपति सहित 19 लोगों पर मामला दर्ज


भोपाल | मध्य प्रदेश में इस समय राजनीति का पारा तापमान से भी ज्यादा दिखाई दे रहा है आयकर छापे की कार्यवाही के बाद अब प्रदेश सरकार के द्वारा भी लगातार कई मामलों में कार्यवाही की जा रही है लंबे समय से चर्चा का केंद्र बना रहा माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय एक बार फिर नियम विरुद्ध नियुक्ति किए जाने के मामले में सुर्खियों में बना हुआ है इस मामले में 2 दिन पहले ही जांच किए जाने का पत्र ईओडब्ल्यू को भेजा गया था अब इस मामले में पूर्व कुलपति बीके कुठियाला सहित 20 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है .


Body:माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हुई वित्तीय अनियमितता और नियम विरुद्ध नियुक्ति के मामले में EOW के द्वारा यह मामला दर्ज किया गया है इस मामले में प्रदेश के पूर्व मंत्री और भाजपा के विधायक विश्वास सारंग की बहन डॉ आरती सारंग को भी आरोपी बनाया गया है बता दें कि इन सभी लोगों पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे जांच रिपोर्ट के बाद EOW ने केस दर्ज किया है .

अधिकारियों ने बताया कि माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलसचिव के द्वारा कुछ दिन पहले एक जांच रिपोर्ट मध्य प्रदेश राज्य शासन के द्वारा बनाई गई थी जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि वर्ष 2003 से लेकर वर्ष 2018 तक नियुक्तियों को लेकर कई अनियमितताएं बरती गई है इस मामले में जांच की गई तो पाया गया कि तत्कालीन कुलपति बृजकिशोर कुठियाला एवं 19 अन्य जिन की नियुक्तियां की गई है उनके विरुद्ध धारा 409 , 420 , 120 बी , धारा 7 के अंतर्गत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया है .



इसमें बताया गया है कि वर्ष 2010 से 2018 के बीच कुलपति पद पर पदस्थ बृजकिशोर कुठियाला द्वारा विश्वविद्यालय में कई नियुक्तियां नियम विरुद्ध की गई है इन नियुक्तियों में यूजीसी के मानकों एवं नियमों की अवहेलना की गई है कुटिया ला द्वारा अपने विशेष व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने की नियत से अनावश्यक शैक्षणिक केंद्र खोले गए थे कुलपति बृजकिशोर कुठियाला द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैधानिक तरीके से विश्वविद्यालय की राशि प्राप्त कर उक्त राशि का विवाह स्वयं पर एवं पारिवारिक खर्चों पर किया गया है जो कि विश्वविद्यालय के नियमों के विरुद्ध है .

विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2003 से दिसंबर 2016 तक जिन शिक्षकों की नियुक्ति की गई है उनकी नियुक्ति यूजीसी के नियमों के विपरीत पात्र व्यक्तियों की नियुक्ति कर अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाया गया है वर्ष 2010 से 2018 के बीच प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को 8 लाख रुपए राष्ट्रीय ज्ञान संगम के लिए 9.50 लाख रुपए जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र द्वारा श्री श्री रविशंकर के आश्रम में आयोजित राष्ट्रीय विद्त संगम के लिए 3 लाख रुपए भारतीय शैक्षणिक मंडल नागपुर को 8 हजार रुपए तथा भारतीय वेब प्राइवेट लिमिटेड नागपुर को 40 , 507 रुपए अवैधानिक रूप से विश्वविद्यालय की निधि से जारी किए गए हैं इस प्रकार से लगभग कुल राशि 21 , 04 ,607 की आर्थिक हानि विश्वविद्यालय को करीब की गई है . अन आवेदक बृजकिशोर कुठियाला द्वारा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में पदस्थापना के दौरान विश्वविद्यालय में की गई नीतियों खोले गए शैक्षणिक संस्थानों संस्थान की राशि का विधायक तरीके से स्वयं के उपयोग के लिए वेयर करना तथा अखिल भारतीय परिषद राष्ट्रीय ज्ञान संगम राष्ट्रीय विद्यत संगम भारतीय शैक्षणिक मंडल नागपुर को विश्व विद्यालय की राशि को अवैधानिक तरीके से प्रदान किया गया कुठियाला के कार्यकाल में विभिन्न मंत्रालयों में अनधिकृत तौर से विश्वविद्यालय की राशि का दुरुपयोग कर राज्य के बाहर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित संस्थानों के आयोजन में उक्त राशि का विवाह किया गया है कुठियाला द्वारा अपने कार्यकाल में आपसी सांठगांठ से आपराधिक षड्यंत्र कर विश्वविद्यालय को आर्थिक हानि खरीद कर तथा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आपराधिक कदाचार किया गया है .


Conclusion:इस पूरे मामले में तत्कालीन कुलपति बृजकिशोर कुठियाला, डॉ . अनुराग सीठा डॉ . पी शशि कला, डॉ. पवित्रा श्रीवास्तव , डॉ . अरुण कुमार भगत , डॉ . रजनी नागपाल , डॉ .संजय द्विवेदी, डॉ . अनुराग बाजपेयी , डॉ .कंचन भाटिया , डॉ .मनोज कछारिया , डॉ. आरती सारंग , डॉ . रंजन सिंह , डॉ . सुरेंद्र पोल , डॉ सौरभ मालवीय , डॉ सूर्य प्रकाश , डॉ .प्रदीप डेहरिया, डॉ सतेंद्र डेहरिया , डॉ . गजेंद्र सिंह , डॉ . कपिल राज , डॉ . मोनिका वर्मा इन सभी पर EOW के द्वारा मामला दर्ज किया गया है .


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