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भोपाल : Fake Marksheet से बना ग्रामीण डाकसेवक, पुलिस ने की FIR

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Published : Jun 9, 2021, 10:01 AM IST

भोपाल के एमपी नगर में फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी कर रहे ग्रामीण डाक सेवक पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. आरोपी को जालसाजी के बल पर ग्रामीण डाकसेवक में नौकरी भी मिल गई, वहीं डाक प्रबंधन की शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच की तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.

Gramin Dak Sevak made from fake marksheet
फर्जी मार्कशीट से बना ग्रामीण डाकसेवक

भोपाल। राजधानी के एमपी नगर थाना क्षेत्र के डाकघर में फर्जी दस्तावेज के जरिए नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है. डाक प्रबंधक की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. आरोपी फर्जी अंकसूची लगाकर नौकरी कर रहा था.

फर्जी दस्तावेज बनाने वाले को पुलिस करेगी ट्रेस

एडिशनल एसपी (ASP) राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि ग्रामीण डाक सेवक के रुप में करोड़ीमल मीणा वर्ष 2018 से पदस्थ था. डाक प्रबंधन की शिकायत के आधार पर जांच की गई तो पता चला कि करोड़ीमल ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाई है. आरोपी मूलतः राजस्थान का रहने वाला है उसके दस्तावेजों का वेरिफिकेशन इलाहाबाद से किया गया था, जहां आरोपी का भाई रहता है. इस मामले में तथ्यों के आधार पर अंकसूची फर्जी पाई गई, इस कारण आरोपी पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. वहीं जिन्होंने इलाहाबाद में यह फर्जी अंकसूची बनाने का काम किया है उन्हें जल्द ट्रेस किया जाएगा.

देवास में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाला गिरफ्तार, प्रशासन की टीम ने रंगेहाथों पकड़ा

जुटाए जा रहे तथ्य

पूरे मामले में एएसपी (ASP) राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि तथ्य जुटाए जा रहे हैं और आरोपी की तलाश भी की जा रही है. जांच चल रही है कि आखिर किन परिस्थितियों और किससे मिलकर उसने इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया है.

भोपाल। राजधानी के एमपी नगर थाना क्षेत्र के डाकघर में फर्जी दस्तावेज के जरिए नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है. डाक प्रबंधक की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. आरोपी फर्जी अंकसूची लगाकर नौकरी कर रहा था.

फर्जी दस्तावेज बनाने वाले को पुलिस करेगी ट्रेस

एडिशनल एसपी (ASP) राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि ग्रामीण डाक सेवक के रुप में करोड़ीमल मीणा वर्ष 2018 से पदस्थ था. डाक प्रबंधन की शिकायत के आधार पर जांच की गई तो पता चला कि करोड़ीमल ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाई है. आरोपी मूलतः राजस्थान का रहने वाला है उसके दस्तावेजों का वेरिफिकेशन इलाहाबाद से किया गया था, जहां आरोपी का भाई रहता है. इस मामले में तथ्यों के आधार पर अंकसूची फर्जी पाई गई, इस कारण आरोपी पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. वहीं जिन्होंने इलाहाबाद में यह फर्जी अंकसूची बनाने का काम किया है उन्हें जल्द ट्रेस किया जाएगा.

देवास में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाला गिरफ्तार, प्रशासन की टीम ने रंगेहाथों पकड़ा

जुटाए जा रहे तथ्य

पूरे मामले में एएसपी (ASP) राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि तथ्य जुटाए जा रहे हैं और आरोपी की तलाश भी की जा रही है. जांच चल रही है कि आखिर किन परिस्थितियों और किससे मिलकर उसने इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया है.

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