भोपाल। विभाग के पूर्व संविदाकर्मियों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और कमलनाथ सरकार ने संविदाकर्मियों से किये गये वादे को याद दिलाया. जिसमें कहा गया था कि एमपीडब्ल्यू के जिन संविदाकर्मियों को पूर्व की बीजेपी सरकार ने निष्कासित किया गया है, उनकी फिर से बहाली की जायेगी. जिसके बाद दूसरे संविदा कर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया तो शुरू कर दी गई, लेकिन मलेरिया विभाग के संविदाकर्मियों को छोड़ दिया गया है.
बता दें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कार्यकाल में 2017 में करीब साढ़े सात सौ संविदाकर्मियों को निष्कासित किया गया था. जिसके बाद से संविदाकर्मी लगातार उनकी बहाली की मांग कर रहे थे. जिस पर विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम कमलनाथ ने उनसे बहाली का वादा किया था.
संविदाकर्मियों का कहना है कि अपरेजल में हटाये गये कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरु हो गई है, जिसमें एमपीडब्ल्यू मलेरिया विभाग के संविदाकर्मियों के नाम शामिल नहीं है. जबकि उन्हें भी पिछली सरकार ने निष्कासित किया था. इसके अलावा उन्होंने विभाग में 12 महीने तक काम भी किया था. जिसकी सैलरी अभी तक नहीं दी गई है.
वहीं एक संविदाकर्मी ने बताया कि बीते दिन फार्म भरने की अंतिम तारीख थी. अपरेजल संविदाकर्मियों के साथ मलेरिया संविदाकर्मियों ने भी फार्म भर दिये हैं. जबकि लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं था. मामले मंत्री तुलसी सिलावट से भी मौखिक तौर पर बातचीत हुई है, जिसमें उन्होंने सभी संविदाकर्मियों की बहाली का आश्वासन दिया है.