रतलाम: जिले की पुलिस ने साइबर फ्रॉड को कंट्रोल करने के लिए डेडिकेटेड यूनिट शुरू करने जा रही है. यह यूनिट साइबर फ्रॉड होने पर फौरन कार्रवाई करते हुए बैंक अकाउंट को फ्रीज करवाएगी. साथ ही फ्रीज की गई राशि को अपराधी के बैंक अकाउंट से रिकवरी करेगी. डेडिकेटेड यूनिट साइबर सेल और ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने का काम करेगी.
प्रतिदिन हो रहे साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए बनाए जाने वाली टीम में 3 पुलिस अधिकारियों के साथ सभी थानों पर पदस्थ पुलिसकर्मियों की टीमें मिलने वाली शिकायतों पर फौरन कार्रवाई करेगी. पुलिस के द्वारा जारी साइबर हेल्पलाइन नंबर पर हर दिन साइबर अपराध की कई शिकायतें मिल रही हैं, इसी को देखते हुए जिला पुलिस ने डेडिकेटेड यूनिट बनाने का फैसला किया है.
प्रतिदिन दर्ज हो रही है 7 से अधिक शिकायत
गौरतलब है कि राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर के अलावा रतलाम पुलिस ने साइबर अपराधियों के जाल से लोगों को बचाने के लिए साइबर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया था. जिस पर बड़ी संख्या में ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत मिल रही है. अधिकारियों की मानें तो प्रतिदिन 7 से 8 साइबर अपराधों से संबंधित शिकायतें मिल रही हैं. बीते दिनों हेल्पलाइन नंबर की मदद से आधा दर्जन से अधिक पीड़ितों को साइबर अरेस्ट होने से बचाया गया. साथ ही साइबर अपराधियों के द्वारा धोखाधड़ी कर ट्रांसफर किए गए लगभग 5 लाख रुपए को बैंक अकाउंट में फ्रीज करवाया गया है.
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फ्रॉड सेल रखेगी साइबर अपराधियों पर नजर
रतलाम एसपी अमित कुमार ने जानकारी देते हुए कहा, "वर्तमान में देखने को मिल रहा है कि प्रतिदिन चार से पांच शिकायत साइबर फ्रॉड की सामने आ रही है. इसको देखते हुए सिर्फ ऑनलाइन फ्रॉड को हैंडल करने के लिए फ्रॉड सेल शुरू करने जा रहे हैं. इसमें शिकायत मिलने पर फौरन कार्रवाई करते हुए बिना किसी देरी के फ्रॉड अमाउंट को फ्रीज कराकर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. "