भोपाल। मध्य प्रदेश स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन में हुई फर्जी नियुक्तियों के मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण एमपी नगर थाने में दर्ज किया गया है. शिकायत में जांच के बाद इस मामले में स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के प्रशासक समेत 3 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज: मामले में शिकायत के बाद हुई गहन जांच में 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसके लिए आयोजित भर्ती परीक्षा के परिणामों के बाद समय अवधि निकलने पर नियुक्तियां की गईं थीं. राजधानी भोपाल के एमपी नगर थाने के थाना प्रभारी सुधीर अर्जरिया ने बताया कि "जबलपुर के रहने वाले विजय कुमार ने थाने में शिकायत की थी. उन्होंने अपनी शिकायत में बताया था कि मध्य प्रदेश स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन में कई पदों पर की गई नियुक्तियां फर्जी तरीके से की गई हैं."
रिश्तेदारों को किया था भर्ती: इस मामले में पुलिस जांच के बाद पता चला कि, फेडरेशन के प्रशासक आरपीएस तिवारी, मैनेजर शारदा जोहरी और एक अन्य कर्मचारी जय श्री गणेश के साथ मिलकर इस पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया था. इन आरोपियों ने मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित परीक्षा के घोषित परिणामों के बाद 18 महीने की वैधता में नियुक्ति ना कर 6 महीने के बाद दिसम्बर 2019 में स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन में खाली पदों पर अपने परिचितों और रिश्तेदारों की नियुक्ति कर दी. एमपी नगर पुलिस ने गहन जांच के बाद तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 420 व 120 बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है.