भोपाल। मध्य प्रदेश मंत्रालय कर्मचारी संघ ने महंगाई भत्ते, डीए देने की मांग को लेकर मंत्रालय के कर्मचारियों ने वल्लभ भवन के बाहर प्रदर्शन किया. 16 सूत्रीय मांगों के साथ कर्मचारियों ने अपना विरोध दर्ज कराया. वहीं उनके इस विरोध को अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने गलत बताया है.
कर्मचारी संघ की मांग है कि उन्हें भी केन्द्रीय कर्मचारियों के तर्ज पर डीए दिया जाए. लेकिन उनका पुरजोर विरोध अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा कर रहा है. उनका कहना है कि कर्मचारी संघ का प्रदर्शन अनुचित है. स्पष्ट दिख रहा है कि इस मसले में दो संघ दो फाड़ों में बंट गए हैं. कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा सरकार के पक्ष में है तो वही मंत्रालय कर्मचारी संघ सरकार के विपक्ष में बात कह रहा है.
मध्यप्रदेश महंगा फिर भी वेतन नहीं बढ़ा
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक का कहना है कि मंत्रालय का कर्मचारी हो या फिर प्रदेश का कर्मचारी हो वह आर्थिक रूप से जूझ रहा है. 5 साल से सरकार पदोन्नति नही दे पाई है साथ ही 2 साल वेतन वृद्धि के साथ ही महंगाई वृद्वि में 16 प्रतिशत मध्यप्रदेश चल रहा है. उनका कहना है कि कर्मचारियों को ₹200 परिवहन भत्ता मिलता है. जो बेहद हास्यपद है. मंत्रालय कर्मचारियों ने प्रदर्शन की सूचना राज्य सरकार को दी है साथ ही लगातार सरकार को अपनी मांग से ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराते आए हैं लेकिन समय पर इन्हें पूरा नहीं किया गया जिनके खिलाफ अब हम प्रदर्शन पर मजबूर हो गए हैं।
अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने प्रदर्शन को बताया गलत
अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा कर्मचारियों ने मंत्रालय कर्मचारियों के द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को राजनीतिक एवं अनुचित बताया.मोर्चा कर्मचारी के अध्यक्ष उदित भदौरिया का कहना है कि राज्य सरकार 30 जुलाई तक महंगाई भत्ता देने जा रही है. कांग्रेस के नेताओ को साथ लेकर मंत्रालय कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे गलत संदेश जाता है. भदौरिया ने सुधीर नायक के पद को ही अनुचित बता डाला.
मंत्रालय के कामकाज पर नहीं दिखा असर
आशंका थी कि मंत्रालय में कामकाज प्रभावित होगा. लेकिन प्रदर्शन के बाद भी मंत्रालय मैं खासा असर देखने को नहीं मिला है. कैबिनेट बैठक सहित अन्य कार्य सुचारू रूप से किए जा रहे हैं.