ETV Bharat / bharat

AQI रीडिंग कैसे काम करती है? प्रदूषण बोर्ड और IQAir के डेटा में अंतर क्यों है? जानें

एयर क्वालिटी इंडेक्स एक न्यूमेरिकल स्केल है, जो इलाके में एयर क्वालिटी को बताने के लिए कुछ प्रदूषकों और उनकी कॉन्सेट्रेशन को मापता है.

AQI रीडिंग कैसे काम करती है?
AQI रीडिंग कैसे काम करती है? (सांकेतिक तस्वीर)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : 23 hours ago

नई दिल्ली: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार सर्दी के मौसम के साथ ही दिल्ली की एयर क्वालिटी में गिरावट जारी है, जो बुधवार को 334 ओवरऑल एक्यूआई के साथ बेहद खराब लेवल पर रही. सीपीसीबी ने एयर क्वालिटी इंडेक्स 334 दर्ज किया है.

वहीं. स्विस एयर क्वालिटी टेक्नोलॉजी कंपनी के आईक्यूएयर ने दिखाया है कि दिल्ली का एक्यूआई 1190 के आसपास है. इसने राष्ट्रीय राजधानी के वसंत विहार क्षेत्र में 1696 का एक्यूआई दर्ज किया है, जो गंभीर स्तर से भी अधिक है.

क्या होता है AQI?
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) एक न्यूमेरिकल स्केल है, जो किसी खास इलाके में एयर क्वालिटी को बताने के लिए कुछ प्रदूषकों और उनकी कॉन्सेट्रेशन को मापता है. यह बताता है कि ये संख्याएं मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण को कैसे प्रभावित कर सकती हैं.

AQI स्कैल 0 से 500 तक होता है, जहां 0 से 50 को अच्छा माना जाता है. वहीं, 51 से 100 को संतोषजनक, 101 से 200 को मोडेरेट, 201 से 300 को खराब, 301 से 400 को बहुत खराब, 401 से 450 को गंभीर और 450 से ऊपर को खतरनाक माना जाता है. हालांकि, विभिन्न इंडेक्स के बीच भी AQI मापने का तरीका कई फैक्टर के चलते अलग हो सकता है.

मॉनिटरिंग स्टेशन
अलग-अलग प्लेटफॉर्म द्वारा एकत्र किए गए डेटा में भिन्नता होने का एक कारण एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों तक एक्सेस है. चूंकि IQAir एक एग्रीगेटर है, इसलिए यह सरकारी सेंसर से मिली जानकारी का उपयोग करता है, जिसका इस्तेमाल CPCB भी करती है. यह निजी तौर पर संचालित सेंसर का भी उपयोग करता है, जो ज्यादा लॉकलाइज रीडिंग प्रदान कर सकते हैं.

रियल टाइम डेटा
IQAir जैसे प्लेटफॉर्म रियल टाइम डेटा के साथ किसी शहर और उसके विभिन्न क्षेत्रों के AQI को बहुत तेजी से अपडेट करते हैं, जबकि CPCB एक रीडिंग देता है जो एक दिन के लिए क्षेत्र पर लागू होती है. इसके कारण, IQAir में AQI हमेशा उतार-चढ़ाव वाला होता है, क्योंकि यह हर घंटे के आधार पर परिवर्तनों पर प्रतिक्रिया देता है.

प्रदूषकों की अलग-अलग गणनाए
आमतौर पर AQI की गणना कुछ प्रदूषकों के आधार पर की जाती है, जैसे कि PM2.5 (2.5 माइक्रोन से कम कण पदार्थ), PM10 (10 माइक्रोन से कम कण पदार्थ), ओजोन, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड वगैरा.

CPC आमतौर पर नेशनल रेगूलेशन द्वारा अनिवार्य रूप से प्रदूषकों के एक सेट को ट्रैक करता है, हालांकि, IQAir प्रदूषकों की एक व्यापक श्रेणी को मापता है, जिसमें कुछ अन्य कार्बनिक यौगिक शामिल हो सकते हैं जो AQI रीडिंग को प्रभावित करते हैं.

यह भी पढ़ें- DRDO ने लॉन्ग रेंज क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया, रक्षा मंत्री ने दी बधाई

नई दिल्ली: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार सर्दी के मौसम के साथ ही दिल्ली की एयर क्वालिटी में गिरावट जारी है, जो बुधवार को 334 ओवरऑल एक्यूआई के साथ बेहद खराब लेवल पर रही. सीपीसीबी ने एयर क्वालिटी इंडेक्स 334 दर्ज किया है.

वहीं. स्विस एयर क्वालिटी टेक्नोलॉजी कंपनी के आईक्यूएयर ने दिखाया है कि दिल्ली का एक्यूआई 1190 के आसपास है. इसने राष्ट्रीय राजधानी के वसंत विहार क्षेत्र में 1696 का एक्यूआई दर्ज किया है, जो गंभीर स्तर से भी अधिक है.

क्या होता है AQI?
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) एक न्यूमेरिकल स्केल है, जो किसी खास इलाके में एयर क्वालिटी को बताने के लिए कुछ प्रदूषकों और उनकी कॉन्सेट्रेशन को मापता है. यह बताता है कि ये संख्याएं मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण को कैसे प्रभावित कर सकती हैं.

AQI स्कैल 0 से 500 तक होता है, जहां 0 से 50 को अच्छा माना जाता है. वहीं, 51 से 100 को संतोषजनक, 101 से 200 को मोडेरेट, 201 से 300 को खराब, 301 से 400 को बहुत खराब, 401 से 450 को गंभीर और 450 से ऊपर को खतरनाक माना जाता है. हालांकि, विभिन्न इंडेक्स के बीच भी AQI मापने का तरीका कई फैक्टर के चलते अलग हो सकता है.

मॉनिटरिंग स्टेशन
अलग-अलग प्लेटफॉर्म द्वारा एकत्र किए गए डेटा में भिन्नता होने का एक कारण एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों तक एक्सेस है. चूंकि IQAir एक एग्रीगेटर है, इसलिए यह सरकारी सेंसर से मिली जानकारी का उपयोग करता है, जिसका इस्तेमाल CPCB भी करती है. यह निजी तौर पर संचालित सेंसर का भी उपयोग करता है, जो ज्यादा लॉकलाइज रीडिंग प्रदान कर सकते हैं.

रियल टाइम डेटा
IQAir जैसे प्लेटफॉर्म रियल टाइम डेटा के साथ किसी शहर और उसके विभिन्न क्षेत्रों के AQI को बहुत तेजी से अपडेट करते हैं, जबकि CPCB एक रीडिंग देता है जो एक दिन के लिए क्षेत्र पर लागू होती है. इसके कारण, IQAir में AQI हमेशा उतार-चढ़ाव वाला होता है, क्योंकि यह हर घंटे के आधार पर परिवर्तनों पर प्रतिक्रिया देता है.

प्रदूषकों की अलग-अलग गणनाए
आमतौर पर AQI की गणना कुछ प्रदूषकों के आधार पर की जाती है, जैसे कि PM2.5 (2.5 माइक्रोन से कम कण पदार्थ), PM10 (10 माइक्रोन से कम कण पदार्थ), ओजोन, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड वगैरा.

CPC आमतौर पर नेशनल रेगूलेशन द्वारा अनिवार्य रूप से प्रदूषकों के एक सेट को ट्रैक करता है, हालांकि, IQAir प्रदूषकों की एक व्यापक श्रेणी को मापता है, जिसमें कुछ अन्य कार्बनिक यौगिक शामिल हो सकते हैं जो AQI रीडिंग को प्रभावित करते हैं.

यह भी पढ़ें- DRDO ने लॉन्ग रेंज क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया, रक्षा मंत्री ने दी बधाई

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.