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बाल आयोग ने लिखा सभी 52 जिले के कलेक्टर को पत्र, स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने की अपील - स्कूलों की छुट्टियों

मध्य प्रदेश में शीतलहर को देखते हुए बाल आयोग ने सभी 52 जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर छुट्टियों की अवधि और बढ़ाने की अनुशंसा की है.

Children Commission recommend to increase winter holidays
बाल आयोग ने की स्कूलों की छुट्टियों की अवधि बढ़ाने की सिफारिश
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Published : Jan 2, 2020, 6:54 PM IST

भोपाल। प्रदेशभर में पड़ रही कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शीतकालीन अवकाश और बढ़ाने की अनुशंसा की है. आयोग ने प्रदेश के सभी 52 जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर छुट्टियों की अवधि बढ़ाने की अनुशंसा की है.

बाल आयोग ने की स्कूलों की छुट्टियों की अवधि बढ़ाने की सिफारिश

बाल आयोग के सदस्य बृजेश चौहान का कहना है तेजी से बढ़ रही ठंड और शीतलहर बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. जिसको गंभीरता से लेते हुए उन्होंने सभी 52 जिले के कलेक्टर और लोक शिक्षण संचनालय आयुक्त को पत्र लिखा है. आयोग ने पत्र में कहा है कि प्रदेश में शीतलहर की स्थिति लगातार बनी हुई है. कई जिलों में बारिश हुई है तो कई जिलों में 10 डिग्री से भी कम तापमान है. कोहरा भी छाया हुआ है ऐसी स्थिति में बच्चों को स्कूल जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और इससे उनका स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है. इसीलिए सभी कलेक्टर को पत्र लिखकर स्कूलों की छुट्टियों की अवधि और बढ़ाने के लिए सिफारिश की है.

भोपाल। प्रदेशभर में पड़ रही कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शीतकालीन अवकाश और बढ़ाने की अनुशंसा की है. आयोग ने प्रदेश के सभी 52 जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर छुट्टियों की अवधि बढ़ाने की अनुशंसा की है.

बाल आयोग ने की स्कूलों की छुट्टियों की अवधि बढ़ाने की सिफारिश

बाल आयोग के सदस्य बृजेश चौहान का कहना है तेजी से बढ़ रही ठंड और शीतलहर बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. जिसको गंभीरता से लेते हुए उन्होंने सभी 52 जिले के कलेक्टर और लोक शिक्षण संचनालय आयुक्त को पत्र लिखा है. आयोग ने पत्र में कहा है कि प्रदेश में शीतलहर की स्थिति लगातार बनी हुई है. कई जिलों में बारिश हुई है तो कई जिलों में 10 डिग्री से भी कम तापमान है. कोहरा भी छाया हुआ है ऐसी स्थिति में बच्चों को स्कूल जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और इससे उनका स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है. इसीलिए सभी कलेक्टर को पत्र लिखकर स्कूलों की छुट्टियों की अवधि और बढ़ाने के लिए सिफारिश की है.

Intro:प्रदेशभर में पड़ रही कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शीतकालीन अवकाश और बढ़ाने की अनुशंसा की है आयोग ने प्रदेश के सभी 52 जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर छुट्टियों की अवधि बढ़ाने की अनुशंसा की है बाल आयोग के सदस्य बृजेश चौहान का कहना है तेजी से बढ़ रही ठंड और शीतलहर बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है जिसको गंभीरता से लेते हुए हुए उन्होंने सभी 52 जिले के कलेक्टर को पत्र लिखा है


Body:प्रदेशभर में पड़ रही कड़ाके की ठंड और शीत लहर को देखते हुए मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शीतकालीन अवकाश और बढ़ाने की अनुशंसा की है इसके लिए आयोग ने प्रदेश के सभी कलेक्टर और लोक शिक्षण संचनालय आयुक्त को पत्र लिखा है आयोग ने पत्र में कहा है कि प्रदेश में शीतलहर की स्थिति लगातार बनी हुई है कोहरा भी छाया हुआ है ऐसी स्थिति में बच्चों को स्कूल जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और इससे उनका स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है

आयोग के सदस्य बृजेश चौहान का कहना है कि मध्य प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप जारी है कई जिलों में बारिश हुई है तो कई जिलों में 10 डिग्री से भी कम तापमान है ऐसे में बच्चों को स्कूल जाने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है इससे उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है इसीलिए सभी कलेक्टर को पत्र लिखकर स्कूलों की छुट्टियों की अवधि और बढ़ाने के लिए सिफारिश की है

बाइट- बृजेश चौहान , सदस्य बाल अधिकार संरंक्षण


Conclusion:मध्य प्रदेश में शीतलहर को देखते हुए बाल आयोग ने सभी 52 जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर छुट्टियों की अवधि और बढ़ाने की अनुशंसा की है
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