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उमा की मुहिम को मिला शराब ठेकेदार का साथ, वाइन शॉप के सामने लगाई दूध की दुकान

मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को भले ही राज्य में शराबबंदी के लिए सरकार का साथ न मिल रहा हो लेकिन भोपाल का एक शराब ठेकेदार उनके समर्थन में सामने आया है. उमा के अभियान को कामयाब बनाने के लिए संतोष सिंह ने जहांगीराबाद स्थित अपनी वाइन शॉप के सामने खुद ही दूध का स्टॉल लगाया है.

bhopal milk stall in front of wine shop
भोपाल वाइन शॉप के सामने मिल्क स्टॉल
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Published : Feb 6, 2023, 4:43 PM IST

Updated : Feb 6, 2023, 6:16 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में शराबबंदी लागू करने के लिए अभियान छेड़ने वालीं पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता उमा भारती अपने मकसद में कामयाब होती दिख रही हैं. इसी का असर है कि भोपाल स्थित एक शराब दुकान के सामने इन दिनों दूध का स्टॉल दिख रहा है. इस स्टॉल पर मात्र 20 रुपए में एक गिलास दूध बेचा जा रहा है. यहां एक फ्लेक्स पर चेतावनी भी लिखी गई है कि शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है इसीलिए दूध पीएं और सेहत बनाएं.

नजारा देखकर आश्चर्यचकित हैं लोग : भोपाल के जहांगीराबाद निवासियों को इन दिनों अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. उन्होंने अभी तक किसी शराब दुकान के पास या तो अहाता देखा था या नमकीन-मूंगफली की दुकान. अब उन्हें यहां स्थित एक शराब दुकान के सामने दूध का स्टॉल देखने को मिल रहा है. लोग इस बदलाव को शराबबंदी मुहिम का असर मान रहे हैं. शराब ठेकेदार संतोष सिंह की इस पहल को शराबबंदी के लिए समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है.

MP: अपनी ही पार्टी के खिलाफ उमा का अभियान, बोलीं- गंगा जल और दूध की जगह मिल रही शराब

भोपाल और ओरछा में किया था विरोध प्रदर्शन : उमा भारती ने भोपाल के अयोध्या नगर इलाके में 3 दिन तक मंदिर परिसर में रहकर शराब बिक्री का विरोध किया था. इसके 3 दिन बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने सरकार और जनता से अपने अभियान का समर्थन करने की अपील भी की थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के अगले ही दिन वे ओरछा पहुंची थीं, जहां उन्होंने शराब दुकान के बाहर गाय को बांध दिया था. उन्होंने ओरछा में अलाव जलाकर स्थानीय लोगों के साथ बैठक की और शराबबंदी को सफल बनाने का आग्रह किया था.

सरकार का धर्म पैसे बनाना नहीं : उमा ने कहा था कि रामराजा सरकार की नगरी ओरछा में शराब दुकान का क्या औचित्य है. शराब पीने की लत का उपयोग कर पैसे बनाना सरकार का धर्म नहीं है. ओरछा की इस दुकान के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री ने सख्त तेवर दिखाए थे. उन्होंने कहा था कि शराब की दुकान के लिए गांव में जगह दी गई थी. बीच शहर में जगह अलॉट नहीं हुई थी.

उमा का अभियान 'मधुशाला में गौशाला’, शराब दुकान के आगे गाय बांध कर किया विरोध

कमलनाथ को नसीहत दी : पूर्व केंद्रीय मंत्री ने शराबबंदी पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को नसीहत भी दी है। उमा ने ट्वीट किया, 'मैंने तो शराब नीति को लेकर अपने सुझाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेज दिए हैं. आप भी भेज दीजिए. आप मेरे और शिवराज सिंह के बीच न आइए. मैं सरकार या शिवराज सिंह के खिलाफ नहीं हूं लेकिन शराब मेरे लिए दुश्मन है. बता दें कि हाल ही में कमलनाथ ने उमा को शराब नीति पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया था.

भोपाल। मध्यप्रदेश में शराबबंदी लागू करने के लिए अभियान छेड़ने वालीं पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता उमा भारती अपने मकसद में कामयाब होती दिख रही हैं. इसी का असर है कि भोपाल स्थित एक शराब दुकान के सामने इन दिनों दूध का स्टॉल दिख रहा है. इस स्टॉल पर मात्र 20 रुपए में एक गिलास दूध बेचा जा रहा है. यहां एक फ्लेक्स पर चेतावनी भी लिखी गई है कि शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है इसीलिए दूध पीएं और सेहत बनाएं.

नजारा देखकर आश्चर्यचकित हैं लोग : भोपाल के जहांगीराबाद निवासियों को इन दिनों अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. उन्होंने अभी तक किसी शराब दुकान के पास या तो अहाता देखा था या नमकीन-मूंगफली की दुकान. अब उन्हें यहां स्थित एक शराब दुकान के सामने दूध का स्टॉल देखने को मिल रहा है. लोग इस बदलाव को शराबबंदी मुहिम का असर मान रहे हैं. शराब ठेकेदार संतोष सिंह की इस पहल को शराबबंदी के लिए समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है.

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भोपाल और ओरछा में किया था विरोध प्रदर्शन : उमा भारती ने भोपाल के अयोध्या नगर इलाके में 3 दिन तक मंदिर परिसर में रहकर शराब बिक्री का विरोध किया था. इसके 3 दिन बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने सरकार और जनता से अपने अभियान का समर्थन करने की अपील भी की थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के अगले ही दिन वे ओरछा पहुंची थीं, जहां उन्होंने शराब दुकान के बाहर गाय को बांध दिया था. उन्होंने ओरछा में अलाव जलाकर स्थानीय लोगों के साथ बैठक की और शराबबंदी को सफल बनाने का आग्रह किया था.

सरकार का धर्म पैसे बनाना नहीं : उमा ने कहा था कि रामराजा सरकार की नगरी ओरछा में शराब दुकान का क्या औचित्य है. शराब पीने की लत का उपयोग कर पैसे बनाना सरकार का धर्म नहीं है. ओरछा की इस दुकान के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री ने सख्त तेवर दिखाए थे. उन्होंने कहा था कि शराब की दुकान के लिए गांव में जगह दी गई थी. बीच शहर में जगह अलॉट नहीं हुई थी.

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कमलनाथ को नसीहत दी : पूर्व केंद्रीय मंत्री ने शराबबंदी पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को नसीहत भी दी है। उमा ने ट्वीट किया, 'मैंने तो शराब नीति को लेकर अपने सुझाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेज दिए हैं. आप भी भेज दीजिए. आप मेरे और शिवराज सिंह के बीच न आइए. मैं सरकार या शिवराज सिंह के खिलाफ नहीं हूं लेकिन शराब मेरे लिए दुश्मन है. बता दें कि हाल ही में कमलनाथ ने उमा को शराब नीति पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया था.

Last Updated : Feb 6, 2023, 6:16 PM IST
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