भोपाल। गांधी मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉक्टर मुरली लालवानी को लोकायुक्त की टीम ने 40 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा है. डॉ लालवानी ने फाइनल ईयर के छात्र यशपाल सिंह को पास करने के एवज में उससे 1.5 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी, जिसके बाद छात्र ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की और आज लोकायुक्त ने डॉ लालवानी को 40 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है.
यशपाल सिंह गांधी मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग में फाइनल ईयर का छात्र है, छात्र को फाइनल ईयर में पास करने के एवज में विभागाध्यक्ष डॉक्टर मुरली लालवानी ने उससे 1.5 लाख की रिश्वत मांगी थी.
यह रुपए छात्र को शासकीय भुगतान के रूप में पिछले कुछ सालों में मिले हैं. डॉक्टर लालवानी छात्र से इन्हीं रुपयों की मांग कर रहे थे और नहीं देने पर फाइनल ईयर में फेल करने की भी धमकी दे रहे थे.
बताया जा रहा है कि यशपाल सिंह के साथ-साथ डॉक्टर लालवानी कुछ और छात्रों से भी इसी तरह रिश्वत की मांग कर चुके हैं. विभागाध्यक्ष की मांग से तंग आकर छात्र ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की, आज लोकायुक्त की टीम ने छात्र को 40 हजार रुपए देकर विभागाध्यक्ष के पास भेजा और जैसे ही डॉक्टर ने रिश्वत की रकम अपने हाथ में ली लोकायुक्त पुलिस ने छापेमार कार्रवाई कर डॉक्टर मुरली लालवानी को गिरफ्तार किया.