भोपाल। मध्य प्रदेश के चुनावी समर में चुनाव लड़ रहे मंत्रियों और नेताओं ने अपनी आय का जो विवरण दिया है, उसमें मध्यप्रदेश के मंत्री खेती से ही अपनी आय दोगुनी करने में सफल रहे हैं. 28 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे अधिकांश मंत्रियों की आय का जरिया खेती है, बावजूद इसके उनकी संपत्ति में खासा इजाफा हुआ है. चुनाव से पहले नेताओं की संपत्ति में भी जनता की नजर रहती है. भले ही सरकारें आम आदमी और किसानों की आय दोगुनी करने में पूरी तरह सफल न हो पाई हों, लेकिन मंत्रियों और नेताओं की आय में खासा इजाफा देखने को मिल रहा है.
दल बदलकर बीजेपी में आए और अब जनता की अदालत में चुनावी किस्मत आजमा रहे करीब 12 मंत्रियों की संपत्ति में 40 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. राजघराने से ताल्लुक रखने वाले राजवर्धन दत्तीगांव की संपत्ति में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. वहीं बृजेन्द्र सिंह यादव की संपत्ति दो साल में सिर्फ पांच लाख और ओपीएस भदौरिया की सिर्फ चार लाख रुपए ही बढ़ी है.
विधानसभा चुनाव के बाद दो साल में उपचुनाव तक कितनी बढ़ी मंत्रियों की संपत्ति देखें एक नजर में
- 3 करोड़ रुपए बढ़ी राजवर्धन सिंह दत्तीगांव की संपत्ति
बदनावर विधानसभा सीट से राजवर्धन सिंह दत्तीगांव इस बार बीजेपी के उम्मीदवार हैं. शिवराज सरकार में दत्तीगांव उद्योग मंत्री हैं. राजघराने से ताल्लुक रखने वाले 46 वर्षीय राजवर्धन का कृषि के अलावा बिजनेस भी है. वहीं उनकी पत्नी सलाहकार हैं. उनकी संपत्ति दो साल में 3 करोड़ 79 लाख बढ़ गई है. हालांकि उन पर 38 लाख की देनदारियां हैं. पिछले दो साल के दौरान उन्होंने अपने और परिवार के नाम 66 लाख की इंश्योरेंस पाॅलिसी भी कराई हैं.
2018 में जहां दत्तिगांव की चल संपत्ति 2 करोड़ 21 लाख रुपए और अचल संपत्ति 7 करोड़ 35 लाख रुपए थी, वह बढ़कर 2020 में 3 करोड़ 30 लाख की चल और 10 करोड़ 15 लाख की अचल संपत्ति हो गई.
- तुलसी सिलावट की संपत्ति 2 करोड़ रुपए और बढ़ी
पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और शिवराज सरकार में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट उपचुनाव में बीजेपी के टिकट से सांवेर विधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. शपथ पत्र के मुताबिक उनकी आय का जरिया खेती है. पत्नी नौकरी पेशा हैं. पिछले दो साल में उनकी संपत्ति में खासी बढ़ोतरी देखी गई है. दो साल में संपत्ति करीब 2 करोड़ रुपए बढ़ गई है.
2018 में जहां तुलसी सिलावट की चल संपत्ति 2 करोड़ 21 लाख रुपए और अचल संपत्ति 7 करोड़ 66 लाख रुपए थी, वहीं अब बढ़कर 2020 में 1 करोड़ 41 लाख की चल और 8 करोड़ 63 लाख की अचल संपत्ति हो गई.
- गोविंद सिंह राजपूत की संपत्ति डेढ़ करोड़ बढ़ी
शिवराज सरकार में परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सुरखी विधानसभा से उपचुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार हैं. 2018 में उनकी कुल संपत्ति 3 करोड़ 87 लाख थी. जिसमें दो साल में करीब डेढ़ करोड़ का इजाफा हुआ हैै. 2018 में उन पर 88 लाख की देनदारियां भी थीं, जो घटकर करीब 8 लाख रह गईं हैं. गोविंद सिंह राजपूत की आय का जरिया कृषि और पेट्रोल पंप है. उनकी उम्र 58 वर्ष है.
2018 में जहां गोविंद सिंह राजपूत सुरखी की चल संपत्ति 1 करोड़ 57 लाख 53 हजार 487 रुपए और अचल संपत्ति 2 करोड़ 29 लाख 62 हजार रुपए थी, वह अब बढ़कर 2020 में 1 करोड़ 63 लाख 68 हजार 487 रुपए की चल और 3 करोड़ 77 लाख की अचल संपत्ति हो गई.
- एक करोड़ बढ़ी प्रदुम्न सिंह लोधी की संपत्ति
कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए प्रदुम्न सिंह लोधी को राज्य नागरिक आपूर्ति निगम में कैबिनेट मंत्री के दर्जे से नवाजा गया है. उप चुनाव में वे मल्हरा विधानसभा सीट से किस्मत आजमा रहे हैं. प्रदुम्न सिंह और उनकी पत्नी की आय का मुख्य जरिया कृषि है, लेकिन उनकी संपत्ति में 2 साल में 1 करोड़ 6 लाख 44 हजार की बढ़ोतरी हुई है. उन पर कार लोन और हाउस लोन की कुल 66 लाख रुपए देनदारी हैं. प्रदुम्न सिंह 12वीं पास हैं.
2018 में जहां प्रदुम्न सिंह लोधी की चल संपत्ति 14 लाख 80 हजार रुपए और अचल संपत्ति 90 लाख रुपए थी, वह अब बढ़कर 2020 में 61 लाख 25 हजार रुपए की चल और 1 करोड़ 50 लाख की अचल संपत्ति हो गई.
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- 84 लाख बढ़ गई इमरती देवी की संपत्ति
शिवराज सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी और उनके पति दोनों की आय का मुख्य जरिया खेती है. इमरती देवी डबरा से बीजेपी की उम्मीदवार हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद विगत दो सालों में उनकी अचल संपत्ति में 84 लाख का इजाफा हुआ है. हालांकि उनकी चल संपत्ति 16 लाख रुपए घट गई है. इमरती देवी राज्य ओपन स्कूल से हायर सेकेंडरी पास हैं.
2018 में जहां इमरती देवी की चल संपत्ति 83 लाख 61 हजार रुपए और अचल संपत्ति 1 करोड़ 35 लाख 98 हजार रुपए थी, वहीं 2020 में उनकी चल संपत्ति घटकर 81 लाख 14 हजार रुपए की हो गई और अचल संपत्ति बढ़कर 2 करोड़ 20 लाख 50 हजार रुपए हो गई.
प्रत्याशी | 2018 में चल संपत्ति (रुपए में ) | 2018 में अचल संपत्ति (रुपए में ) | 2020 में चल संपत्ति(रुपए में ) | 2020 में अचल संपत्ति (रुपए में ) |
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राजवर्धन सिंह दत्तीगांव | 2 करोड़ 21 लाख | 7 करोड़ 35 लाख | 3 करोड़ 30 लाख | 10 करोड़ 15 लाख |
तुलसी सिलावट | 27 लाख 48 हजार | 7 करोड़ 66 लाख | 1 करोड़ 41 लाख | 8 करोड़ 63 लाख |
गोविंद सिंह राजपूत | 1 करोड़ 57 लाख 53 हजार 487 रुपए | 2 करोड़ 29 लाख 62 हजार | 1 करोड़ 63 लाख 68 हजार 487 रुपए | 3 करोड़ 77 लाख |
प्रदुम्न सिंह लोधी | 14 लाख 80 हजार | 90 लाख | 61 लाख 25 हजार | 1 करोड़ 50 लाख |
इमरती देवी | 83 लाख 61 हजार | 1 करोड़ 35 लाख 98 हजार | 81 लाख 14 हजार | 2 करोड़ 20 लाख 50 हजार |
गिर्राज दंडोतिया | 15 लाख 51 हजार 657 रुपए | 88 लाख | 49 लाख 17 हजार 259 रुपए | 98 लाख |
हरदीप सिंह डंग | 45 लाख 10 हजार | 23 लाख | 71 लाख 67 हजार | 26 लाख |
ओपीएस भदौरिया | 25 लाख 32 हजार | 1 करोड़ 27 लाख | 1 करोड़ 31 लाख(चल-अचल) |
- 86 लाख बढ़ी एदल सिंह कंसाना की संपत्ति
शिवराज मंत्रिमंडल में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी कैबिनेट मंत्री एदल सिंह कंसाना सुमावली विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. राजनीति के अलावा एदल सिंह कंसाना की आय का मुख्य जरिया खेती और पशुपालन है. दो साल पहले हुए विधानसभा चुनाव के मुकाबले कंसाना की संपत्ति में करीब 86 लाख रुपए की बढ़ोतरी हुई है. पिछले दो साल के दौरान उनकी पत्नी ने 18 प्लाॅट खरीदे, जिसमें से आधे बेच दिए हैं. हालांकि कंसाना ने आयकर लायक आय नहीं बताई है. कंसाना 8वीं पास हैं. 2018 में एदल सिंह कंसाना की चल और अचल संपत्ति टोटल 29 लाख 21 हजार 941 रुपए थी, जो कि बढ़कर 2020 में 1 करोड़ 61 लाख रुपए हो गई.
- 44 लाख बढ़ गई गिर्राज दंडोतिया की संपत्ति
दिमनी विधानसभा से बीजेपी उम्मीदवार गिर्राज दंडोतिया शिवराज मंत्रीमंडल में कृषि राज्य मंत्री हैं. 48 वर्षीय दंडोतिया LLB हैं और उनकी आय का मुख्य जरिया खेती और मोबाइल टावर का किराया है. दो साल में उनकी संपत्ति 44 लाख रुपए बढ़ी है. 2018 में उनकी कुल संपत्ति 1 करोड़ 3 लाख 51 हजार रुपए थी.
2018 में जहां गिर्राज दंडोतिया की चल संपत्ति 15 लाख 51 हजार 657 रुपए और अचल संपत्ति 88 लाख रुपए थी, वह बढ़कर 2020 में 49 लाख 17 हजार 259 रुपए की चल और 98 लाख की अचल संपत्ति हो गई.
- हरदीप सिंह डंग की संपत्ति 29 लाख बढ़ी
शिवराज सरकार में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री बने हरदीप सिंह डंग उपचुनाव सुवासरा विधानसभा सीट से लड़ रहे हैं. 52 वर्षीय हरदीप एम काॅम हैं. शपथ पत्र के मुताबिक उनकी आय का मुख्य जरिया कृषि है. पिछले दो साल में उनकी संपत्ति 29 लाख बढ़ी है.
2018 में जहां हरदीप सिंह डंग की चल संपत्ति 45 लाख 10 हजार रुपए और अचल संपत्ति 23 लाख रुपए थी, वह बढ़कर 2020 में 71 लाख 67 हजार रुपए की चल और 26 लाख की अचल संपत्ति हो गई.
कितनी किसकी हुई कुल संपत्ति
प्रत्याशी | 2018 में कुल संपत्ति (रुपए में ) | 2020 में कुल संपत्ति (रुपए में ) |
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बिसाहू लाल साहू | 3 करोड़ 56 लाख | 5 करोड़ 36 लाख |
एदल सिंह कंसाना | 29 लाख 21 हजार 941 रुपए | 1 करोड़ 61 लाख रुपए |
महेंद्र सिंह सिसौदिया | 3 करोड़ 64 लाख 50 हजार | 4 करोड़ 97 लाख 65 हजार |
प्रभुराम चौधरी | 8 करोड़ 79 लाख | 9 करोड़ 23 लाख |
बृजेन्द्र सिंह यादव | 2 करोड़ 13 लाख | 2 करोड़ 18 लाख |
- 27 फीसदी बढ़ी महेंद्र सिंह सिसोदिया की संपत्ति
शिवराज सरकार में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, बमौरी विधानसभा से चुनावी मैदान में हैं. पिछले दो साल में महेंद्र सिंह सिसोदिया की संपत्ति में करीब 27 फीसदी का इजाफा हुआ है. सिसोदिया की आय का जरिया कृषि और मकान का किराया है. वहीं पत्नी बुटीक व्यवसायी हैं.
2018 में महेंद्र सिंह सिसौदिया की कुल संपत्ति जहां 3 करोड़ 64 लाख 50 हजार रुपए थी, वहीं 2020 में उनकी कुल संपत्ति बढ़कर 4 करोड़ 97 लाख 65 हजार हो गई.
- बिसाहू लाल की संपत्ति करीब 40 फीसदी बढ़ी
दल बदलकर बीजेपी में आए बिसाहूलाल, शिवराज सरकार में खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री हैं. इस बार बीजेपी के टिकट पर अनूपपुर में कमल खिलाने की कोशिश में हैं. नामांकन के साथ दाखिल किए गए शपथ पत्र के मुताबिक पिछले दो साल में उनकी संपत्ति में करीब पौने दो करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
2108 में जहां उनकी कुल संपत्ति 3 करोड़ 56 लाख रुपए थी, वह 2020 में बढ़कर 5 करोड़ 36 लाख रुपए हो गई.
- प्रभुराम चौधरी की संपत्ति में भी आया अंतर
सांची विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार डाॅ. प्रभुराम चौधरी की दो साल में संपत्ति करीब 50 लाख बढ़ गई है. उपचुनाव में जमा किए गए शपथ पत्र के मुताबिक उनकी आय का मुख्य जरिया खेती और पेट्रोल पंप है. पत्नी सरकारी अस्पताल में डाॅक्टर हैं.
2018 में प्रभुराम चौधरी की कुल संपत्ति जहां8 करोड़ 79 लाख रुपए थी, वहीं 2020 में उनकी कुल संपत्ति बढ़कर9 करोड़ 23 लाख हो गई.
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पांच लाख रुपए बढ़ी बृजेन्द्र सिंह यादव की संपत्ति
बृजेन्द्र सिंह यादव इस बार मुंगावली विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार हैं. शिवराज मंत्रीमंडल में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह 2018 के विधानसभा में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था. उपचुनाव में नामांकन के साथ जमा किए गए शपथ पत्र के हिसाब से उनकी संपत्ति में पिछले दो सालों में बहुत मामूली अंतर आया है. उनकी संपत्ति सिर्फ पांच लाख रुपए ही बढ़ी है. उनकी आय का जरिया खेती है. वे 7वीं पास हैं.
2018 में बृजेन्द्र सिंह यादव की कुल संपत्ति जहां 2 करोड़ 13 लाख रुपए थी, वहीं 2020 में उनकी कुल संपत्ति बढ़कर 2 करोड़ 18 लाख रुपए हो गई.
- 4 लाख बढ़ी ओपीएस भदौरिया की संपत्ति
शिवराज मंत्रीमंडल में नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया मेहगांव विधानसभा से बीजेपी के टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं. उनकी आय का जरिया कृषि है. पिछले दो साल में दूसरे मंत्रियों की अपेक्षा उनकी संपत्ति न के बराबर बढ़ी है. उनकी संपत्ति में सिर्फ 4 लाख की बढ़ोतरी हुई है.
2018 में ओपीएस भदौरिया की चल और अचल संपत्ति 25 लाख 32 हजार, चल संपत्ति सहित 1 करोड़ 27 लाख थी तो वहीं अब 2020 में चल और अचल संपत्ति 1 करोड़ 31 लाख रुपए है.