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छठ महापर्व: आज खरना के दिन बना बेहद शुभ संयोग, 5100 दीयों से किया जाएगा दीपदान

राजधानी के कई घाटों पर छठ पूजा की तैयारियां कर ली गई हैं. छठ पूजा करने वाली महिलाएं और उनके परिवार के लोग इसकी तैयारियों में जुट गई हैं. वहीं कल नहाय खाय के बाद आज खरना व्रत है, जो इस बार बेहद शुभ संयोग में पड़ा है.

छठ महापर्व: खरना व्रत आज
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Published : Nov 1, 2019, 11:01 AM IST

Updated : Nov 1, 2019, 12:52 PM IST

भोपाल। छठ महापर्व की शुरुआत गुरुवार को नहाय खाय से हो चुकी है. आज खरना व्रत है. राजधानी भोपाल में छठ पूजा महोत्सव का मुख्य आयोजन शीतल दास की बगिया में किया जाएगा. यह आयोजन भोजपुरी एकता मंच की तरफ से किया जा रहा है. इस मौके पर 5100 दीयों से दीपदान भी किया जाएगा.

खरना के दिन बना बेहद शुभ संयोग

लोक आस्था और सूर्योपासना का छठ पर्व गुरुवार से शुरू हो गया है. पहले दिन नहाय खाय के साथ शुरू होने वाले इस महोत्सव के बाद शुक्रवार को पंचमी को खरना किया जाएगा. शनिवार को अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा. इस दिन महिलाएं घर में बने व्यंजन जैसे ठेकुआ, पुआ, गुझिया के अलावा विभिन्न तरह के फलों को प्रसाद रूप में सूप पर रखेंगी. जिस पर सभी लोग अर्घ्य देंगे. सूर्यदेव को पहला अर्घ्य कल दिया जाएगा. पूजा-अर्चना के लिए सभी घाटों की साफ-सफाई करवा दी गई है, तो वहीं शानदार लाइटिंग भी की गई है. घाटों पर छठ गीतों की प्रस्तुति और रंगारंग आतिशबाजी भी होगी.

इस बार बेहद शुभ संयोग

इस बार खरना के दिन बेहद शुभ संयोग बन रहा है. बता दें कि छठ पर रवि योग का ऐसा संयोग बना है, जो नहाय खाय से लेकर 2 नवंबर तक बना रहेगा.

खरना व्रत की विधि

  • 4 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में श्रद्धालु 36 घंटे तक व्रत का पालन करेंगे, जो निर्जला रहेगा.
  • इस मौके पर व्रत धारी महिलाएं और पुरुष सूर्यास्त के समय पकवान और फल सजाकर पानी में खड़े होकर सूर्यदेव को अर्घ्य देंगे.
  • मिट्टी का चूल्हा बनाकर प्रसाद तैयार किया जाता है.
  • अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद अगले दिन प्रातःकालीन अर्घ्य दिया जाएगा. 3 नवंबर को इस बार प्रातःकालीन सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रती प्रसाद खाकर व्रत का पारण करेंगी.

भोपाल। छठ महापर्व की शुरुआत गुरुवार को नहाय खाय से हो चुकी है. आज खरना व्रत है. राजधानी भोपाल में छठ पूजा महोत्सव का मुख्य आयोजन शीतल दास की बगिया में किया जाएगा. यह आयोजन भोजपुरी एकता मंच की तरफ से किया जा रहा है. इस मौके पर 5100 दीयों से दीपदान भी किया जाएगा.

खरना के दिन बना बेहद शुभ संयोग

लोक आस्था और सूर्योपासना का छठ पर्व गुरुवार से शुरू हो गया है. पहले दिन नहाय खाय के साथ शुरू होने वाले इस महोत्सव के बाद शुक्रवार को पंचमी को खरना किया जाएगा. शनिवार को अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा. इस दिन महिलाएं घर में बने व्यंजन जैसे ठेकुआ, पुआ, गुझिया के अलावा विभिन्न तरह के फलों को प्रसाद रूप में सूप पर रखेंगी. जिस पर सभी लोग अर्घ्य देंगे. सूर्यदेव को पहला अर्घ्य कल दिया जाएगा. पूजा-अर्चना के लिए सभी घाटों की साफ-सफाई करवा दी गई है, तो वहीं शानदार लाइटिंग भी की गई है. घाटों पर छठ गीतों की प्रस्तुति और रंगारंग आतिशबाजी भी होगी.

इस बार बेहद शुभ संयोग

इस बार खरना के दिन बेहद शुभ संयोग बन रहा है. बता दें कि छठ पर रवि योग का ऐसा संयोग बना है, जो नहाय खाय से लेकर 2 नवंबर तक बना रहेगा.

खरना व्रत की विधि

  • 4 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में श्रद्धालु 36 घंटे तक व्रत का पालन करेंगे, जो निर्जला रहेगा.
  • इस मौके पर व्रत धारी महिलाएं और पुरुष सूर्यास्त के समय पकवान और फल सजाकर पानी में खड़े होकर सूर्यदेव को अर्घ्य देंगे.
  • मिट्टी का चूल्हा बनाकर प्रसाद तैयार किया जाता है.
  • अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद अगले दिन प्रातःकालीन अर्घ्य दिया जाएगा. 3 नवंबर को इस बार प्रातःकालीन सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रती प्रसाद खाकर व्रत का पारण करेंगी.
Intro:कल डूबते हुए सूर्य को अर्ध्य देकर श्रद्धालु करेंगे सुख समृद्धि की कामना, छठ महापर्व की होगी शुरुआत


भोपाल | राजधानी में छठ पूजा का उत्साह देखते ही बनता है दो दिन पहले ही इस पूजा के लिए भोजपुरी समाज के लोग सभी व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने में जुड़ गए हैं पूजा अर्चना के लिए स्थापित किए गए सभी घाटों की साफ सफाई करवा दी गई है तो वही लाइट और रुकने की व्यवस्था भी पूर्ण हो चुकी है .


लोक आस्था और सूर्यापासना का छठ महापर्व गुरुवार से शुरू हो गया है पहले दिन नहाए खाए के साथ शुरू होने वाले इस महोत्सव के बाद शुक्रवार को पंचमी को खरना किया जाएगा शनिवार को सत श्री तिथि पर अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा . इस दिन महिलाएं घर में बने व्यंजन जैसे ठकुआ , पुआ का प्रसाद के रूप में तैयार किया जाएगा .


Body:रविवार को उगते सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही महाव्रत का समापन होगा . 4 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में श्रद्धालु 36 घंटे तक व्रत का पालन करेंगे . यह व्रत निर्जला रहेगा .

छठ महा उत्सव के अंतर्गत छठ पूजा का आयोजन शनिवार को किया जाएगा . इस मौके पर समाज के कई श्रद्धालु निर्जला व्रत रखेंगे और शाम को नदी तालाब किनारे पहुंचेंगे . व्रत धारी महिलाएं , पुरुष सूर्यास्त के समय पकवान, ऋतु फल , बांस के रूप में सजाकर घुटनों तक पानी में खड़े होकर सूर्यदेव को अर्ध्य अर्पित करेंगे और पूजा अर्चना की जाएगी . इस मौके पर घाटों पर छठ गीतों की प्रस्तुति, रंगारंग आतिशबाजी भी होगी . इसी प्रकार अगले दिन सूर्योदय के समय उपदेश हुए सूर्य को अर्ध्य देकर इस महाव्रत का परायण होगा .


Conclusion:छठ पूजा महोत्सव का मुख्य आयोजन शीतल दास की बगिया में किया जाएगा यह आयोजन भोजपुरी एकता मंच की ओर से किया जा रहा है शाम को पूजा महोत्सव के साथ ही यहां भोजपुरी लोकगीत और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां होंगी इस मौके पर मंच की ओर से 5100 दीपों से दीपदान शीतल दास की बगिया में किया जाएगा और चील दीपों से जगमगाए की इसके बाद नौका विहार होगा और आतिशबाजी की जाएगी .

राजधानी के कई घाटों पर भोजपुरी समाज के लोगों के द्वारा छठ पूजा की तरह तरह की तैयारियां की गई है घरों में भी पूजा का दौर शुरू हो गया है समाज की महिलाएं घर में पूजा अर्चना कर रही है साथ ही छठ पूजा की तैयारियों में भी पूरा परिवार जुटा हुआ है राजधानी के भीम नगर स्थित मैदान में काफी बड़े स्तर पर भोजपुरी समाज के द्वारा छठ पूजा का आयोजन किया जाता है इस वर्ष भी यहां पर भव्य आयोजन किया जा रहा है जिसकी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है छठ पूजा को लेकर महिलाओं में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है महिलाओं का कहना है कि यह सबसे बड़ी आस्था का पर्व है जिसे लेकर साल भर हम इंतजार करते हैं इस दौरान सभी महिलाएं निर्जला व्रत रखती है थोड़ा कठिन है लेकिन छठ माता की कृपा से सब संभव हो जाता है छठ पूजा को देश ही नहीं विदेशों में भी इतने ही उत्साह से मनाया जाता है छठ महापर्व पर राजधानी में भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें कई भजन संध्या की प्रस्तुतियां भी होगी .
Last Updated : Nov 1, 2019, 12:52 PM IST
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