भोपाल। छठ महापर्व की शुरुआत गुरुवार को नहाय खाय से हो चुकी है. आज खरना व्रत है. राजधानी भोपाल में छठ पूजा महोत्सव का मुख्य आयोजन शीतल दास की बगिया में किया जाएगा. यह आयोजन भोजपुरी एकता मंच की तरफ से किया जा रहा है. इस मौके पर 5100 दीयों से दीपदान भी किया जाएगा.
लोक आस्था और सूर्योपासना का छठ पर्व गुरुवार से शुरू हो गया है. पहले दिन नहाय खाय के साथ शुरू होने वाले इस महोत्सव के बाद शुक्रवार को पंचमी को खरना किया जाएगा. शनिवार को अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा. इस दिन महिलाएं घर में बने व्यंजन जैसे ठेकुआ, पुआ, गुझिया के अलावा विभिन्न तरह के फलों को प्रसाद रूप में सूप पर रखेंगी. जिस पर सभी लोग अर्घ्य देंगे. सूर्यदेव को पहला अर्घ्य कल दिया जाएगा. पूजा-अर्चना के लिए सभी घाटों की साफ-सफाई करवा दी गई है, तो वहीं शानदार लाइटिंग भी की गई है. घाटों पर छठ गीतों की प्रस्तुति और रंगारंग आतिशबाजी भी होगी.
इस बार बेहद शुभ संयोग
इस बार खरना के दिन बेहद शुभ संयोग बन रहा है. बता दें कि छठ पर रवि योग का ऐसा संयोग बना है, जो नहाय खाय से लेकर 2 नवंबर तक बना रहेगा.
खरना व्रत की विधि
- 4 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में श्रद्धालु 36 घंटे तक व्रत का पालन करेंगे, जो निर्जला रहेगा.
- इस मौके पर व्रत धारी महिलाएं और पुरुष सूर्यास्त के समय पकवान और फल सजाकर पानी में खड़े होकर सूर्यदेव को अर्घ्य देंगे.
- मिट्टी का चूल्हा बनाकर प्रसाद तैयार किया जाता है.
- अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद अगले दिन प्रातःकालीन अर्घ्य दिया जाएगा. 3 नवंबर को इस बार प्रातःकालीन सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रती प्रसाद खाकर व्रत का पारण करेंगी.