भोपाल। खरगोन जिले में हुए भीषण सड़क हादसे को जिसने भी सुना तो दिल दहल गया. यात्री बस पुल से 50 फीट नीचे नदी में गिरी. इसमें 22 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई तो करीब 20 यात्री घायल हो गए. बस हादसे को 2 घंटे ही बीते थे कि परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत मीडिया के सामने आए. मंत्री राजपूत ने इस हादसे को महज संयोग बताया. मंत्री ने कहा कि घटनाएं जानबूझकर नहीं होती. मध्यपदेश ही नहीं, पूरे देश में होने वाली घटनाएं महज संयोग होती हैं, जिसके चलते इस तरह की घटनाएं होती हैं.
किसी की भी लापरवाही से इनकार : परिवहन मंत्री ने पूरी घटना में किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार करते हुए सभी को क्लीन चिट दे दी है. मंत्री ने कहा कि मामले की जांच करा ली गई है, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही सामने नहीं आई है. बस की फिटनेस, बीमा वगैरह की जांच करा ली गई है, वह सही पाई गई है. बस में क्षमता से अधिक यात्री नहीं थे. बस की कैपेसिटी 35 प्लस 2 थी. बस में इससे ज्यादा सवारियां नहीं थीं. घायलों को इंदौर रेफर किया गया है. मंत्री गोविंद ने कहा कि घटना को लेकर सुबह से ही वह अधिकारियों के संपर्क में हैं.
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बस की रफ्तार तेज नहीं होगी : मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपए की राहत राशि दी गई है, वह उन तक पहुंच जाएगी. कुछ लोग कह रहे हैं कि बस की रफ्तार बहुत तेज थी लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता. जिस पुल पर हादसा हुआ वह बहुत चौड़ा नहीं था. इसलिए मुझे नहीं लगता कि बस की रफ्तार बहुत तेज होगी. बस का कंडक्टर मृत हो चुका है और ड्राइवर भी बात करने की स्थिति में नहीं है. इसलिए अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजकर जांच करने के लिए कहा गया है. मंत्री ने कहा कि अगर जांच में किसी तरह की लापरवाही पाई जाएगी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.