भोपाल। झाबुआ उपचुाव में जीत हासिल करने के बाद कांतिलाल भूरिया सूबे की सियासत में पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं. उनका नाम प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो चुका है. मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी वे उसे पूरी तरह निभाएंगे.
वहीं मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री बनने के सवाल पूछा उन्होंने कहा कि यह फैसला तो मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेना है. दरअसल, कांतिलाल भूरिया झाबुआ से विधायक चुने गए हैं. जिसके बाद से ही उनके कमलनाथ मंत्रिमंडल में शामिल होने और मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें जोर पकड़ रही हैं.
पहले से ही कमलनाथ सरकार में चार आदिवासी मंत्री हैं, इसके अलावा सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक भी मंत्री पद के दावेदार हैं और कई वरिष्ठ विधायक भी दावेदारी कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में कांतिलाल भूरिया के कमलनाथ मंत्रिमंडल में शामिल होने के कम आसार नजर आ रहे हैं. माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की नजदीकी के चलते उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है.