भोपाल। मध्य प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भोपाल और ग्वालियर दफ्तर ने आउटसोर्स कर्मचारियों की उपस्थिति थंब इंप्रेशन द्वारा हाजिरी दिए जाने का आदेश जारी दिया गया है. वर्तमान में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है और ऐसे में थंब इंप्रेशन से हाजिरी अनिवार्य करना आउट सोर्स कर्मचारियों को संकट में डालने की स्थिति है. आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी. इस सिलसिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र लिखकर कहा है कि बायोमैट्रिक सिस्टम द्वारा दर्ज की जा रही हाजिरी को तुरंत स्थगित किया जाए. अगर एक भी कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गया, तो सभी कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा हो सकता है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लिखे पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मध्य प्रदेश बिजली बोर्ड आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के प्रांतीय संयोजक मनोज भार्गव द्वारा मुझे ज्ञापन प्रस्तुत किया गया था. जिसे मैं पत्र के साथ संलग्न कर आपको भेज रहा हूं. उन्होंने अपने ज्ञापन में कहा है कि मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल और ग्वालियर ने 10 जून 2020 को बायोमेट्रिक सिस्टम से थंब इंप्रेशन उपस्थिति प्रणाली लागू की गई है. वर्तमान में वैसे ही कोरोना महामारी फैली हुई है, जो कि दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में थंब इंप्रेशन प्रणाली से इसके और ज्यादा फैलने का खतरा है. यदि कोई एक भी कर्मचारी संक्रमित हुआ, तो सभी कर्मचारियों के संक्रमित होने का खतरा है. कमलनाथ ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि इस तरह के आदेश को निरस्त कर प्रदेश के सभी कार्यालयों में बायोमैट्रिक सिस्टम से थंब इंप्रेशन द्वारा उपस्थिति प्रणाली को स्थगित रखा जाए.