भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को सौ फीसदी नौकरी दी जाएगी. एमपी के संसाधनों पर एमपी के ही युवाओं का अधिकार होगा. इसके लिए सरकार कानून बनाने जा रही है, इस एलान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्विटर पर लिखा- मैंने 15 महीने की सरकार में उद्योग नीति में परिवर्तन कर प्रदेश के 70 फीसदी युवाओं को रोजगार देना अनिवार्य किया था. बीजेपी 15 साल तक कुछ नहीं की, लेकिन अब जागी है.
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चलिये आप 15 वर्ष बाद आज युवाओं के रोज़गार को लेकर नींद से जागे , आज आपने प्रदेश के युवाओं को प्राथमिकता से नौकरी देने के हमारे निर्णय के अनुरूप ही घोषणा की लेकिन यह पूर्व की तरह ही सिर्फ़ घोषणा बन कर ही ना रह जाये,
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— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 18, 2020
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कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा को लेकर उनका यही कहना है कि ये सिर्फ घोषणाएं ही न रह जायें. उपचुनाव को देखते हुए की गई ये घोषणा मात्र चुनावी घोषणा न बन जाए, नहीं तो कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी. हमने युवा स्वाभिमान योजना लागू कर युवाओं को रोजगार के लिए कई अहल फैसले लिए थे.
बीजेपी की 15 साल की सरकार में प्रदेश में बेरोजगारी की क्या हालत रही, ये किसी से नहीं छिपा है. युवा हाथों में डिग्री लेकर नौकरी के लिए भटकते रहे. क्लर्क और चपरासी की नौकरी तक के लिए हजारों डिग्री धारी लाइन में लगते रहे. मजदूरों और गरीबों के आंकड़े इसकी वास्तविकता बयां कर रहे हैं. 15 साल बाद बीजेपी युवाओं के रोजगार को लेकर नींद से जागी है.