भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने हार का कारण ईवीएम को बताया है. कमलनाथ के मुताबिक रिजल्ट के बाद मुझे कई विधायक मिले. उन्होंने कहा कि मुझे मेरे गांव से 50 वोट नहीं मिले, यह कैसे हो सकता है. रिजल्ट के पहले जो एक्जिट पोल आए, वह तो माहौल बनाने के लिए था, जिनको परिणाम पता था. उसने यह एक्जिट पोल बनाया होगा. विधानसभा चुनाव में जो नतीजे आएं हैं, वह कांग्रेस नेताओं के गले नहीं उतर रहे. चुनाव में कांग्रेस के खाते में सिर्फ 63 सीटें आई हैं. उधर चुनाव में हार के कारणों को लेकर दिल्ली में दो दिन बैठक होगी.
कांग्रेस नेता बोले 10 घंटे बाद भी बैटरी नहीं हुई कम: कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में बुलाई गई उम्मीदवारों और विधायकों की बैठक में उम्मीदवारों ने कहा कि जहां कांग्रेस बड़े अंतर से पराजित हुई है. वहां 100 से अधिक ईवीएम मशीनें मतगणना के समय 99 फीसदी तक चार्ज मिली. जबकि मतदान के दौरान 10 घंटे से ज्यादा इनका उपयोग हो चुका था. इसका मतलत मतदान की प्रक्रिया के समय इनका उपयोग नहीं हुआ. इससे शक होता है या तो ईवीएम बदली गई या इनके साथ छेडछाड़ की गई.
बैठक में प्रत्याशियों ने कहा कि जब पोस्टल बैलेट में कांग्रेस को बहुमत मिल रहा है, तो ईवीएम मशीन में अचानक से कम हो जाना संदेह पैदा करता है. उम्मीदवारों ने बताया कि इस बार उन्हें बीजेपी के प्रभाव वाले बूथों पर पहले की तुलना में ज्यादा वोट मिले, जबकि उनके सबसे मजबूत बूथों पर उनके वोट अप्रत्याशित रूप से नीचे आए.
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कमलनाथ ने मांगी संगठन से रिपोर्ट: उधर कमलनाथ ने चुनाव मैदान में उतरे सभी उम्मीदवारों, जीतकर आए विधायकों और संगठन को लेकर अलग-अलग दो रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है. रिपोर्ट लेकर कमलनाथ दिल्ली जाएंगे, जहां दो दिन हार के कारणों को लेकर बैठक होगी. बैठक के बाद कमलनाथ प्रदेश भर में दौरा करेंगे. बैठक में कमलनाथ ने कहा कि हार से हताश होने की जरूरत नहीं है. हमें 4 माह बाद होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाना है और पूरी ताकत के साथ सरकार बनाना है.