भोपाल। अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के बाद पूरे देश में उत्साह देखा जा रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी राम मंदिर निर्माण का स्वागत कर रही है. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में राम मंदिर की भूमि पूजन के बाद आतिशबाजी की गई. बिल्डिंग को सजाया गया और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भगवान राम की पूजा- अर्चना की.
कमलनाथ ने कहा, 'आज हमारे देश में एक ऐतिहासिक दिन है, हर भारतीय चाहता था कि, राममंदिर का निर्माण शुरू हो. राजीव गांधी ने 1985 में मंदिर का ताला खोला था, उन्होंने 1989 में कहा था कि, राम राज्य होगा और मंदिर बनना चाहिए. अगर कोई श्रेय लेने की कोशिश करता है, तो यह गलत है.' इससे पहले पूर्व सीएम ने अयोध्या में राम मंदिर की भूमि पूजन के अवसर पर अपने निवास पर 'राम दरबार' का आयोजन किया.
कमलनाथ ने कहा कि, ये आयोजन और बेहतर तरीके से हो सकता था. जिसमें तमाम भाषा और धर्मों के लोगों समेत सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को शामिल किया जाना चाहिए था. ये कार्यक्रम देश का नहीं, बल्कि विश्व स्तर का कार्यक्रम होता.
बता दें कि, 1986 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने उत्तरप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीर बहादुर सिंह को मनाया और राम जन्मभूमि के ताले खुलवाए और फिर लोगों को भगवान श्रीराम के दर्शन का अवसर मिला.
राम मंदिर भूमि पूजन के एक दिन पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने बंगले पर रामदरबार लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ किया था. बात यहीं तक सीमित नहीं रही, बल्कि कमलनाथ अपने सारे सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी प्रोफाइल तस्वीर में भगवा वस्त्र धारण किए हुए नजर आए और आज कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पर राम मंदिर भूमि पूजन का जश्न मनाया गया और जमकर आतिशबाजी देखने को मिली.