भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस छोड़े और बीजेपी में शामिल हुए 6 माह बीत चुके हैं. लेकिन भाजपा और उसके नेता अभी तक ज्योतिरादित्य सिंधिया को स्वीकार नहीं कर पाए हैं. हालात ये हैं कि भाजपा सारा उपचुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया को आगे लेकर लड़ रही है, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया को मप्र के बड़े नेताओं के समकक्ष स्वीकार नहीं किया जा रहा है. ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को लेकर शहर में लगे होर्डिंग से लग रहा है, जिनमें से ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीर नदारद है. बैनर में ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीर न होने पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा है कि सिंधिया ना कांग्रेस में घुलनशील थे और ना बीजेपी में घुलनशील हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को भव्य तरीके से मनाने के लिए भाजपा कई तरह के जतन कर रही है. इसी कड़ी में राजधानी भोपाल में होर्डिंग लगने का सिलसिला शुरू हो गया है. प्रदेश भाजपा कार्यालय के पास होर्डिंग लगाई गई है, जिसमें सिंधिया की तस्वीर नहीं है. होर्डिंग में अमित शाह, जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान और वीडी शर्मा की तस्वीर नजर आ रही है, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया कहीं नजर नहीं आ रहे हैं. इसी तरह के नजारे ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर चंबल इलाके में भी देखने को मिल चुके हैं.
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि वह ना कांग्रेस में घुलनशील थे और ना अभी बीजेपी में घुलनशील हैं, इसीलिए यह परिस्थिति बार-बार सतह पर नजर आती है. भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि सिंधिया के साथ जो हो रहा है, वह तो बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष पहले ही कह चुके हैं कि सिंधिया खेमा घुल मिल नहीं पा रहा है. इससे लगता है कि उनको पार्टी ही स्वीकार नहीं कर पा रही है.
पहले भी हो चुका है ऐसा
इससे पहले ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सांसद विवेक नारायण शेजवलकर के जन्मदिन के उपलक्ष्य में पोस्टर लगाए गए थे, जिसमें भाजपा के तमाम बड़े नेताओं के फोटो लगाए गए थे, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया का फोटो नदारद था. ऐसा तब भी पहली बार नहीं हआ है, उससे पहले भी भाजपा के कई पोस्टरों में सिंधिया को जगह नहीं मिली थी.