भोपाल। राजधानी के रोटरी क्लब में शिक्षक कर्मचारी संघों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई. इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से वह एक ही पद पर कार्यरत हैं लेकिन उन्हें पदनाम नहीं दिया जा रहा है. जिसके चलते उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. शिक्षक संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
शिक्षक संघ ने आरोप लगाया है कि जिन अधिकारियों ने कभी चॉक नहीं उठाई और शिक्षा विभाग के नियम नहीं पढ़े, ऐसे अधिकारी शिक्षा और शिक्षकों के नीति निर्धारक बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को शिक्षा विभाग में पिछले सरकार से जमे हुए सभी प्रमुख अधिकारियों को तत्काल हटाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी ही शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने के लिए जवाबदार हैं. जिसके चलते प्रदेश की हर गली-कूचे में नियम विरुद्ध निजी स्कूल फल-फूल रहे हैं जबकि प्रदेश के हजार से अधिक स्कूल बंद कर दिए गए हैं.