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Sacrifice Day of Rani Durgavati: गोंडवाना इतिहास को NCERT में शामिल करने की मांग, मोदी सरकार को देंगे ज्ञापन

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Published : Jun 24, 2023, 8:03 PM IST

जबलपुर में रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस मनाया गया. इस मौके पर बीजेपी के कई नेतागण उपस्थित हुए. रानी दुर्गावती के समाधि स्थल पर राजनीति को लेकर नागपुर से आई गोंडवाना संगठन की महिला ने बीजेपी नेता और प्रशासनिक अधिकारियों के जाने के बाद हंगामा कर दिया और आदिवासियों से ऐसे आयोजनों में शामिल न होने की अपील की.

Sacrifice Day Rani Durgavati
जबलपुर में रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस
जबलपुर में रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर पहुंचे बीजेपी के कई नेता

जबलपुर। रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश के वन मंत्री विजय शाह जबलपुर के नरई नाला पहुंचे. यहां पर उन्होंने रानी दुर्गावती के बलिदान स्थल पर पुष्प समर्पित किया और एक सभा को भी संबोधित किया. विजय शाह ने कमलनाथ के आदिवासी प्रेम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हम आदिवासियों को कांग्रेस ने खत्म कर दिया. फिर अब आदिवासियों की बात करना कांग्रेस नेताओं के लिए गलत है. वहीं, गोंडवाना पार्टी के नेताओं ने रानी दुर्गावती के बलिदान स्थल पर होने वाली राजनीति को गलत मानते हुए विरोध किया.

रानी दुर्गावती को NCERT में शामिल किया जाए: मध्यप्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह गौरव यात्रा लेकर रानी दुर्गावती के बलिदान स्थल पर पहुंचे. यहां पर प्रशासन की ओर से बलिदान दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस आयोजन में विजय शाह ने कहा कि " गोंडवाना साम्राज्य के इतिहास को NCERT में शामिल करवाने के लिए 27 जून को जब प्रधानमंत्री शहडोल आ रहे हैं. तब उन्हें एक ज्ञापन सौंपा जा रहा है जिसमें केंद्र सरकार से मांग की जा रही है कि गोंडवाना साम्राज्य के इतिहास को एनसीईआरटी में शामिल किया जाए." हालांकि कुंवर विजय शाह इस बात का जवाब नहीं दे पाए कि मध्य प्रदेश में 20 सालों से उनकी सरकार होने के बाद भी मध्यप्रदेश के पाठ्यक्रम में अब तक गोंडवाना साम्राज्य का इतिहास क्यों शामिल नहीं किया गया.

रानी दुर्गावती के समाधि स्थल के विकास पर जोर: कुंवर विजय शाह से सागर में वन भूमि पर बनाए गये दलित समाज के प्रधानमंत्री आवास गिराने के मामले पर वन मंत्री ने जवाब देने से मना कर दिया. इस मौके पर जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने जानकारी दी कि रानी दुर्गावती की समाधि स्थल के लिए केंद्र सरकार ने 10 करोड़ की राशि दी है. इस राशि से रानी दुर्गावती के समाधि स्थल के आसपास सुविधाएं विकसित की जाएंगी, ताकि इस जगह को एक पर्यटन स्थल की भांति विकसित किया जा सके.

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रानी दुर्गावती के समाधि स्थल पर राजनीति ठीक नही: यहां आयोजन स्थल पर कुछ गोंडवाना संगठन के लोग भी आए हुए थे. उन्होंने रानी दुर्गावती के समाधि स्थल को पूजनीय मानते हुए इस बात पर आपत्ति जताई कि पूजा पाठ के स्थल पर राजनीति करना ठीक नहीं है. नागपुर से आई गोंडवाना संगठन की महिला ने प्रशासनिक अधिकारियों के जाने के बाद यहां हंगामा मचाया और आदिवासियों से ऐसे आयोजनों में शामिल ना होने की अपील की.

जबलपुर में रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर पहुंचे बीजेपी के कई नेता

जबलपुर। रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश के वन मंत्री विजय शाह जबलपुर के नरई नाला पहुंचे. यहां पर उन्होंने रानी दुर्गावती के बलिदान स्थल पर पुष्प समर्पित किया और एक सभा को भी संबोधित किया. विजय शाह ने कमलनाथ के आदिवासी प्रेम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हम आदिवासियों को कांग्रेस ने खत्म कर दिया. फिर अब आदिवासियों की बात करना कांग्रेस नेताओं के लिए गलत है. वहीं, गोंडवाना पार्टी के नेताओं ने रानी दुर्गावती के बलिदान स्थल पर होने वाली राजनीति को गलत मानते हुए विरोध किया.

रानी दुर्गावती को NCERT में शामिल किया जाए: मध्यप्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह गौरव यात्रा लेकर रानी दुर्गावती के बलिदान स्थल पर पहुंचे. यहां पर प्रशासन की ओर से बलिदान दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस आयोजन में विजय शाह ने कहा कि " गोंडवाना साम्राज्य के इतिहास को NCERT में शामिल करवाने के लिए 27 जून को जब प्रधानमंत्री शहडोल आ रहे हैं. तब उन्हें एक ज्ञापन सौंपा जा रहा है जिसमें केंद्र सरकार से मांग की जा रही है कि गोंडवाना साम्राज्य के इतिहास को एनसीईआरटी में शामिल किया जाए." हालांकि कुंवर विजय शाह इस बात का जवाब नहीं दे पाए कि मध्य प्रदेश में 20 सालों से उनकी सरकार होने के बाद भी मध्यप्रदेश के पाठ्यक्रम में अब तक गोंडवाना साम्राज्य का इतिहास क्यों शामिल नहीं किया गया.

रानी दुर्गावती के समाधि स्थल के विकास पर जोर: कुंवर विजय शाह से सागर में वन भूमि पर बनाए गये दलित समाज के प्रधानमंत्री आवास गिराने के मामले पर वन मंत्री ने जवाब देने से मना कर दिया. इस मौके पर जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने जानकारी दी कि रानी दुर्गावती की समाधि स्थल के लिए केंद्र सरकार ने 10 करोड़ की राशि दी है. इस राशि से रानी दुर्गावती के समाधि स्थल के आसपास सुविधाएं विकसित की जाएंगी, ताकि इस जगह को एक पर्यटन स्थल की भांति विकसित किया जा सके.

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