भोपाल। एक तरफ लव जिहाद, धर्मांतरण को लेकर सरकार सख्त दिखाई दे रही है, तो वहीं पिछले कुछ सालों में मुसलमानों ने भी योग को गले लगाया है. भोपाल में वक्फ बोर्ड के परिसर में पहली बार योग किया गया, जिसमें मुसलमानों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया. शहर के वक्फ बोर्ड परिसर में पहली बार 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के पदाधिकारी शामिल हुए. इस मौके पर समाज के वरिष्ठ जनों ने योग करने के बाद खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बोर्ड परिसर में बोर्ड की सहभागिता से यह कार्यक्रम इतिहास में पहली बार हुआ है.
योग दिनचर्या में शामिल: मुस्लिम समुदाय ने बड़े ही उत्साह के साथ कहा कि जब पूरा देश योग दिवस मना रहा है तो हम क्यों पीछे रहे. हमने तय किया था कि हम भी देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे और योग दिवस को मनाकर योगासन प्राणायाम करेंगे. वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर सनव्वर पटेल ने कहा कि आज हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि हमारी देश की संस्कृति योगा को पूरे विश्व ने माना है. पीएम मोदी ने करोड़ो लोगों को स्वस्थ बनाने में योग के माध्यम से अपनी भूमिका का निर्वाहन किया है उन्होंने कहा कि जो योगा आज किया है उसको दिनचर्या में शामिल किया जाएगा. दिनचर्या में लाकर परिवार और स्वयं को स्वास्थ्य बनाने की कोशिश करेंगे.
प्रदेश भर में मनाया गया योग दिवस: 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर पूरे प्रदेश भर में योग दिवस मनाया गया. जबलपुर में मुख्य कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज के साथ में योगा किया. भोपाल केंद्रीय जेल में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने, इंदौर में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश, सांसद शंकर लालवानी ने, दिव्यांगों ने, फेमस कार्टून मोटू-पतलू ने भी योग करके दिया स्वस्थ रहने का संदेश दिया. एमपी की सबसे ऊंची चोटी पचमढ़ी के धूपगढ़ पर योगसाधना की गई.