भोपाल। कैंसर की बीमारी के प्रति जागरूकता लाने के लिए पूरे विश्व में वर्ल्ड कैंसर- डे मनाया जा रहा. पिछले कुछ सालों में भारत देश में कैंसर के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर श्याम अग्रवाल ने बताया कि कैसे कैंसर से बचाव किया जा सकता है और इस बीमारी के होने के प्रमुख कारण कौन- कौन से हैं.
हर साल 10 लाख नए कैंसर के मरीज
डॉक्टर श्याम अग्रवाल ने बताया कि, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि, हर साल 10 लाख से भी ज्यादा नए मरीज कैंसर के देखने को मिल रहे हैं. उसमें से करीब 6 लाख मरीजों की मृत्यु हो जाती है. जो बहुत बड़ा आंकड़ा है.
वर्ल्ड कैंसर- डे पर लोगों को करते है जागरुक
कैंसर के मरीजों के बढ़ते हुए आंकड़े को देखते हुए लोगों में जागरूकता लाने के लिए इंटरनेशनल यूनियन अगेंस्ट कैंसर ने 4 फरवरी को पूरे विश्व में वर्ल्ड कैंसर- डे मनाने का आह्वान किया है. जिससे लोगों को जागरूक करें, इस बीमारी के लक्षणों के बारे में बताएं तो करीब 30 प्रतिशत तक मृत्यु दर को कम किया जा सकता हैं. वहीं 2 लाख मरीजों को मरने से बचाया जा सकता हैं.
तंबाकू है कैंसर का सबसे बड़ा कारण
डॉक्टर अग्रवाल ने कहा कि, कैंसर का सबसे बड़ा कारण तंबाकू है. लोगों में इसका प्रचलन अधिक है. तंबाकू एक ऐसा पदार्थ है जो आज की यंग जनरेशन को भी खराब कर रहा है. बता दें पहले कैंसर के मरीज 40 से 45 उम्र के बाद के आते थे, लेकिन अब 20 से 30 साल के युवा इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. इसके संबंध में सरकार का नो टोबैको अभियान भी असफल रहा है. नाबालिगों में धूम्रपान का स्तर बढ़ा है, जिसके कारण कैंसर भी बढ़ा है.
रेगुलर करवाए टेस्ट
वहीं कैंसर से बचाव के बारे में डॉक्टर ने कहा कि, कुछ ऐसे कैंसर हैं जिसका कोई कारण नहीं होता है, अगर व्यक्ति रेगुलर ब्लड टेस्ट करवाए, मैमोग्राफी और सेल्फ एग्जामिनेशन करें, तो लक्षणों का जल्दी पता लग सकता है. जिससे कैंसर को पहले स्टेज में ही होने से रोका जा सकता है.