भोपाल। प्रदेश के चार बड़े शहरों में कोरोना का संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित इंदौर जिले में हैं. इसके बाद भोपाल जिला कोरोना के कहर से प्रभावित है. मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 59 हजार 433 से अधिक हो गयी है और जिनमें से 1323 मरीज कोरोना से जान गवां चुके हैं. भोपाल के प्रत्येक इलाके से कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. जुलाई और अगस्त माह में मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है.
भोपाल में शनिवार को 190 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. इसी के साथ भोपाल में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 10321 हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अभी तक 8386 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं, जबकि कोरोना महामारी से भोपाल में 275 लोग काल के गाल में समा चुके हैं. करीब डेढ़ हजार से अधिक लोगों का इलाज अस्पताल, होम आइसोलेशन और संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर में जारी है. भोपाल में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 20 मार्च के आसपास आया था.
इंदौर में कोरोना के 226 नए मरीज
मध्यप्रदेश के इंदौर में आज 226 कोरोना संक्रमित नए मरीज मिले हैं. इसी के साथ जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 12455 हो गयी है. जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 3383 है. मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी कोरोना का सबसे अधिक असर इंदौर जिले में है.
शिवपुरी में सामने आए 47 नए मरीज
शिवपुरी जिले में कोरोना के 47 नए मरीज मिलने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 968 हो गयी है. 968 में से 612 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. छह मरीजों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है. कोरोना से संबंधित अस्पताल में 350 लोगों का इलाज किया जा रहा है.
उज्जैन में 20 नए मरीजों की पुष्टि
उज्जैन जिले में कोविड-19 के 22 नए मामले सामने आए हैं. उज्जैन में 20, नागदा और उन्हेल में एक-एक मरीज मिले हैं. जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1681 हो गई, जबकि इनमें से 1388 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं. एक और मरीज की मौत के साथ जिले में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 79 हो गयी है.
आगर मालवा में सात की पॉजिटिव रिपोर्ट
आगर मालवा में 7 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जबकि एक मरीज की मौत हुई है. मास्टर कॉलोनी में 3, जमीदारपुरा में दो, विवेकानंद कॉलोनी में एक, इमली गली में एक मरीज मिला है. जिले में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है, जबकि कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 194 हो गया है. 150 मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट चुके हैं. कोरोना संक्रमित मरीजों को जिला अस्पताल स्थित कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया है. 37 मरीजों का इलाज जारी है.
अशोकनगर में बढ़ रहे मरीज, फिर भी लापरवाही
अशोकनगर में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. अगस्त माह में 92 कोरोना मरीज मिले हैं तो वहीं मौत का आंकड़ा 6 हो गया है. 75 वर्षीय एक महिला की जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमण से मौत होने के बाद कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत महिला के शव को शव वाहन द्वारा मुक्तिधाम तक ले जाया गया. जहां अंतिम क्रिया के दौरान शव को मुखाग्नि देते समय उनके परिजनों ने पीपीई किट का प्रयोग ही नहीं किया. हैरत की बात तो तब देखने को मिली जब परिवार के कई सदस्य बगैर मास्क के दिखाई दिए. ऐसे में ऐसी लापरवाही कई लोगों को संक्रमित कर सकती है.
शव के अंतिम संस्कार के दौरान मौके पर प्रशासन की बेरुखी भी देखने को मिली. श्मशान घाट पर किसी भी प्रशासनिक अधिकारी की मौजूदगी नहीं होने के कारण कई लापरवाही उजागर हुई है. यदि ऐसा ही चलता रहा तो अशोकनगर जिला कोरोना संक्रमण की चपेट में आता चला जाएगा. अशोकनगर में कोविड-19 के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो कुल 142 संक्रमण के मामलों में केवल अगस्त माह में ही 92 प्रकरण सामने आ चुके हैं. दूसरी तरफ 28 दिनों में कोरोना की वजह से तीन मौतें भी हो चुकी है. 22 मार्च से 23 जुलाई तक जिले में कोरोना से सिर्फ 88 मामले सामने आए थे और 3 मौतें हुई थी.