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बहुत जरूरी है शरीर के लिए आयोडीन, जानें नहीं मिलने पर क्या है नुकसान

शरीर में चुस्ती-फुर्ती बनाए रखने के लिए, शरीर के विकास और उसे सुचारू रूप से चलाने के लिए आयोडीन की जरूरत होती है, लेकिन अगर आयोडीन की कमी हो जाए, तो शरीर में कई बीमारियां हो सकती हैं.

हेल्थ के लिए आयोडीन जरूरी
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Published : Nov 7, 2019, 12:46 PM IST

भोपाल। शरीर के विकास के लिए आयोडीन बहुत जरूरी है. खासतौर पर महिलाओं में होने वाले थायराइड की बीमारी आयोडीन की कमी के चलते ही होती है. डॉक्टर्स का कहना है कि अगर पर्याप्त मात्रा में आयोडीन नहीं मिला, तो कई तरह की बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है.

आयोडीन की कमी से घेंघा, थकान, गर्भपात, मंद-बुद्धि, विकलांगता, मानसिक विकास में बाधा, बच्चे का असामान्य पैदा होना जैसी बीमारी हो सकती है. आयोडीन की कमी से हार्ट का आकार भी बढ़ सकता है और हार्ट फेल भी हो सकता है. महिलाओं में आयोडीन की कमी से बांझपन की भी समस्या होती है.

जरूरी है शरीर के लिए आयोडीन

क्यों जरूरी है हेल्थ के लिए आयोडीन?

  • आयोडीन की पूर्ति से शरीर में चुस्ती-फूर्ती बनी रहती है.
  • आयोडीन कॉल्सस्ट्रोल को बढ़ाता है.
  • इससे कम उम्र में बूढ़े होने से बचा जा सकता है.

आयोडीन का काम

आयोडीन शरीर में थायरॉयड बनाने के लिए जरूरी है. थायरॉयड ही शरीर के विकास को कंट्रोल करता है. सांस लेने और हृदय गति से लेकर वजन और मजबूत मांसपेशियों के लिए भी आयोडीन जरूरी है.

आयोडीन कम होने के लक्षण

थकान, गले में सूजन, कमजोरी, बालों का झड़ना, मेमोरी कमजोर होना, गर्भावस्था में समस्याएं, अचानक वजन बढ़ना या घटना, मासिक धर्म में अनियमितता, असामान्य हार्ट बीट

नॉन कम्यूनिकेबल डिसीज सेंटर की डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर शशि ठाकुर ने कहा कि एक व्यक्ति के शरीर में 1 दिन में 15 पीपीएम तक आयोडीन पहुंचना चाहिए, जो 1-2 चम्मच हो सकता है.

स्टेट आयोडीन लैब की नोडल ऑफिसर डॉक्टर रेनू चौक ने बताया कि आयोडीन ना केवल नमक बल्कि हरी सब्जियों जैसे कि पालक, मेथी और चने की भाजी से भी मिलता है. इसलिए गर्भवती महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जी खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे बच्चा स्वस्थ्य होता है. इसके अलावा अंडे की जर्दी और ताजे फल फायदेमंद होते हैं.

भोपाल। शरीर के विकास के लिए आयोडीन बहुत जरूरी है. खासतौर पर महिलाओं में होने वाले थायराइड की बीमारी आयोडीन की कमी के चलते ही होती है. डॉक्टर्स का कहना है कि अगर पर्याप्त मात्रा में आयोडीन नहीं मिला, तो कई तरह की बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है.

आयोडीन की कमी से घेंघा, थकान, गर्भपात, मंद-बुद्धि, विकलांगता, मानसिक विकास में बाधा, बच्चे का असामान्य पैदा होना जैसी बीमारी हो सकती है. आयोडीन की कमी से हार्ट का आकार भी बढ़ सकता है और हार्ट फेल भी हो सकता है. महिलाओं में आयोडीन की कमी से बांझपन की भी समस्या होती है.

जरूरी है शरीर के लिए आयोडीन

क्यों जरूरी है हेल्थ के लिए आयोडीन?

  • आयोडीन की पूर्ति से शरीर में चुस्ती-फूर्ती बनी रहती है.
  • आयोडीन कॉल्सस्ट्रोल को बढ़ाता है.
  • इससे कम उम्र में बूढ़े होने से बचा जा सकता है.

आयोडीन का काम

आयोडीन शरीर में थायरॉयड बनाने के लिए जरूरी है. थायरॉयड ही शरीर के विकास को कंट्रोल करता है. सांस लेने और हृदय गति से लेकर वजन और मजबूत मांसपेशियों के लिए भी आयोडीन जरूरी है.

आयोडीन कम होने के लक्षण

थकान, गले में सूजन, कमजोरी, बालों का झड़ना, मेमोरी कमजोर होना, गर्भावस्था में समस्याएं, अचानक वजन बढ़ना या घटना, मासिक धर्म में अनियमितता, असामान्य हार्ट बीट

नॉन कम्यूनिकेबल डिसीज सेंटर की डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर शशि ठाकुर ने कहा कि एक व्यक्ति के शरीर में 1 दिन में 15 पीपीएम तक आयोडीन पहुंचना चाहिए, जो 1-2 चम्मच हो सकता है.

स्टेट आयोडीन लैब की नोडल ऑफिसर डॉक्टर रेनू चौक ने बताया कि आयोडीन ना केवल नमक बल्कि हरी सब्जियों जैसे कि पालक, मेथी और चने की भाजी से भी मिलता है. इसलिए गर्भवती महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जी खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे बच्चा स्वस्थ्य होता है. इसके अलावा अंडे की जर्दी और ताजे फल फायदेमंद होते हैं.

Intro:भोपाल- एक व्यक्ति के विकास के लिए आयोडीन बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
डॉक्टर्स का कहना है कि यदि पर्याप्त मात्रा में आयोडीन ना मिले तो कई तरह की बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।
खासतौर पर महिलाओं में होने वाले थायराइड की बीमारी आयोडीन की कमी के चलते ही होती है।


Body:नॉन कम्युनिकेबल डिसीज सेंटर की डिप्टी डायरेक्टर डॉ शशि ठाकुर इस बारे में कहती है कि एक व्यक्ति को 1 दिन में 15 पीपीएम तक आयोडीन पहुंचना चाहिए, एक से दो चम्मच हो सकता है।
आयोडीन की कमी से मानसिक विकास में बाधा आती है कई बार ऐसा देखा गया है कि आयोडीन की कमी से बच्चा मंदबुद्धि होता है। इसके साथ ही थायराइड ग्लैंड भी आयोडीन के कमी के कारण होता है।
शरीर में चुस्ती फुर्ती और रोगों की क्षमता बढ़ाने के लिए भी आयोडीन जिम्मेदार होता है।


Conclusion:वही स्टेट आयोडीन लैब की नोडल ऑफिसर डॉ रेनू चौक ने बताया कि आयोडीन ना केवल नमक बल्कि हरी सब्जियों जैसे कि पालक, मेथी, चने की भाजी से भी मिलता है।
इसलिए गर्भवती महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जी खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे बच्चे के विकास में मदद मिलती है।


बाइट- 1. डॉ शशि ठाकुर
डिप्टी डाइरेक्टर, नॉन कम्युनिबल डिजीज
2. डॉ रेणु चुग
नोडल ऑफिसर, स्टेट आयोडीन लैब

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