भोपाल। 2 दिसंबर 2019 से शुरू हुआ टीकाकरण अभियान 'सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0' का लक्ष्य अब लगभग पूरा हो चुका है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के हर एक बच्चे का टीकाकरण सुनिश्चित करना है. यह अभियान चार चरण में पूरा हुआ. इसका हर चरण 7 दिन का था, जिसमें ऐसे बच्चे जिन्हें एक साल की आयु तक के जरूरी 11 टीके नहीं लगे हैं, उनका सर्वे किया गया. इसके बाद आशा कार्यकर्ताओं के जरिए उनका टीकाकरण किया गया.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर पंकज शुक्ला का कहना है कि मिशन इंद्रधनुष अभियान में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है. हमारा लक्ष्य लगभग पूरा हो गया है और अगली बार हमें कम से कम क्षेत्र में इसे अभियान को चलाना पड़ेगा.
पंकज शुक्ला ने बताया कि पहले स्टाफ की कमी के कारण टीकाकरण छूट जाते थे, जिसके चलते लक्ष्य पूरे नहीं हो पाते थे. इसे ध्यान में रखते हुए हमने एएनएम की नियुक्ति की है. जिससे अब यह टीम घर-घर जाकर टीकाकरण कर रही है. अब हर वार्ड में यह टीम जा पाएगी, ताकि कोई भी बच्चा टीकाकरण के लिए छूट नहीं सके. बता दें कि भोपाल में करीब 3 हजार ऐसे बच्चे थे, जिन्हें टीका नहीं लग पाया था, जिसके चलते इस अभियान को शुरू किया गया था.